आयुर्वेद विश्वविद्यालय में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर महान पर्यावरणविद पद्म विभूषण सुंदरलाल बहुगुणा की पुण्य स्मृति में वृक्षारोपण किया

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देहरादून-   उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय हररावाला देहरादून में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर दिनांक 5 जून 2021 को महान पर्यावरणविद पद्म विभूषण  सुंदरलाल बहुगुणा की पुण्य स्मृति में वृक्षारोपण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। विश्वविद्यालय परिसर में 21 पौधों का वृक्षारोपण किया गया। 15 नीम के पौधे 3 पीपल और 3 वट के वृक्षों हेतु पौधारोपण किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय परिसर स्थित आयुर्वेद संकाय के परिसर निदेशक प्रोफेसर राधाबल्लभ सती ने कहा कि वृक्षों की जीवन के लिए बहुत अधिक आवश्यकता है। आज वायु प्रदूषण से पूरा विश्व चिंतित है और वायु प्रदूषण के दुष्प्रभावों से यदि बचना है वायु को शुद्ध बनाना है तो हमें वृक्षों की महत्ता समझनी होगी। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ उत्तम कुमार शर्मा ने कहा कि वनस्पति पहाड़ जलवायु आकाश यह सब संरक्षित होने चाहिए। यदि इनका शुद्ध रूप में संरक्षण होता है तभी मनुष्य जीवन भी संरक्षित रह सकता है। यही देवता हैं और इनकी अर्चना इनका संरक्षण ही है। ये सदैव मनुष्य का उपकार करते हैं अतःमनुष्य का कर्तव्य है कि इनका संरक्षण एवं संवर्धन करे।
प्रभारी बायोमेडिकल विभाग डॉ दीपक सेमवाल ने वनस्पति के संरक्षण पर जोर दिया और दिन प्रतिदिन बढ़ रही व्याधियों से बचाव में प्रकृति की शरण में जाना ही एक मात्र उपाय बताया। शरीर क्रिया विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ नंदकिशोर दाधीच ने कहा कि पेड़ों को लगाने से ही हमारा कर्तव्य पूर्ण नहीं होता है उनका संरक्षण संवर्धन देखभाल भी आवश्यक है। पूरा विश्व विकास की अंधी दौड़ में मैं भागा जा रहा है और भारतीय संस्कृति परंपरा के मूल्यों को हम छोड़ते जा रहे हैं, इसी का परिणाम नई नई बीमारियों के रूप में सामने आता है। अतः वनस्पति संरक्षण सभी समस्याओं का एकमात्र समाधान है।
 कार्यक्रम का संचालन स्वस्थवृत्त  विभाग के विभाग अध्यक्ष डॉ नवीन चंद्र जोशी ने किया। उन्होंने महान पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला और कहा कि श्री बहुगुणा प्रकृति के प्रति पूर्ण समर्पित थे और भविष्य दृष्टा थे उनके द्वारा प्रकृति संरक्षण एवं संवर्धन में  योगदान अमूल्य है।  समाज की सभी समस्याओं के समाधान के प्रति कृत संकल्प होने के कारण उन्हें हिमालय का गांधी भी कहा जाता है। विश्वविद्यालय के  कुलपति प्रोफेसर सुनील जोशी  अपरिहार्य कारण से कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हो सके परंतु उनकी प्रेरणा एवं मार्गदर्शन से कार्यक्रम भली भांति संपन्न हुआ।
वृक्षारोपण कार्यक्रम में कुलपति के निजी सचिव चंद्र मोहन पैन्यूली, डॉ आशुतोष चौहान डॉ अमित तमादड़ी, डॉ दीपचंद पांडे एवं अन्य शिक्षक एवं चिकित्सक उपस्थित रहे।
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