गोरखपुर – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार की सुबह गोरखनाथ मंदिर में जनता दरबार लगाया। पहले वह हिंदु सेवाआश्रम और बाद में यात्री निवास गये जहां बारी बारी से लोगों की समस्या सुनी और अधिकारियों को शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए। जनता दरबार में आज करीब पांच सौ लोगों की समस्या सुनी गई। महिलाओं की संख्या अधिक रही और अधिकतर मामले महिला हिंसा से जुड़े रहे।मुख्यमंत्री योगी रविवार को करीब सात बजे हिंदू सेवा आश्रम पहुंचे। यहां कतार से बैठे पीड़ितों के पास गए। एक-एक कर सभी की समस्या सुनी और उनका प्रार्थना पत्र लेकर पास खड़े अधिकारियों को देते हुए त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। महिला हिंसा से जुड़े मामलों में दोनों पक्षों को बैठा कर आपसी सहमति से उसे
निपटाने को कहा। कुछ भूमि विवाद से जुड़े मामले भी आए जिसे शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए। हिंदू सेवा आश्रम से बाहर निकलने के बाद मुख्यमंत्री योगी यात्री निवास गएं। यहां पहले से मौजूद लोगों की शिकायत सुनी और शीघ्र निस्तारण का भरोसा दिलाया।जनता दरबार सकुशल निपटने पर अधिकारियों ने राहत की सांस ली। इस दौरान कमिश्नर रवि कुमार एनजी जिलाधिकारी विजय किरन आनन्द डीआईजी जे रविंद्र गौड़ एसएसपी डॉ विपिन टांडा मौजूद रहे।इसके पूर्व हमेशा की तरह सीएम योगी ने गोरक्षनाथ के दरबार में हाजिरी लगाई। मंदिर में आने पर मुख्यमंत्री की दिनचर्या पहले की तरह ही रही। सुबह उन्होंने सबसे पहले नाथ पंथ के आदि गुरु गोरक्षनाथ के दरबार में हाजिरी लगाई और फिर अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ के समाधि स्थल पर जाकर उनका आशीर्वाद लिया। मंदिर
परिसर का भ्रमण करने के क्रम में मुख्यमंत्री हमेशा की तरह गोशाला गए और करीबा आधा घंटा गायों के बीच गुजारा। इस दौरान सीएम ने गायों को चना और गुड़ खिलाया। इसके साथ ही योगी ने अपने स्वॉन कालू और गुल्लू को भी दुलारा।