ऋषिकेश: टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड (टीएचडीसीआईएल) और बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) ने 16.02.2023 को टीएचडीसीआईएल के कारपोरेट कार्यालय, ऋषिकेश में 2,500 करोड़ रुपये के ऋण करार पर हस्ताक्षर किए। यह ऋण करार मुख्य रूप से टीएचडीसीआईएल की निर्माणाधीन परियोजनाओं खुर्जा सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट (1320 मेगावाट) और अमेलिया कोयला खदान के पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) की आवश्यकता को पूरा करने के लिए किया गया है । खुली निविदा के पश्चात प्रतिस्पर्धी बोली के माध्यम से ऋण को अंतिम रूप दिया गया। इससे पहले भी टीएचडीसीआईएल ने बैंक ऑफ बड़ौदा से 2500 करोड़ रु. का सावधि त्रण प्राप्त किया है ।
यह करार श्री जे. बेहेरा, निदेशक (वित्त) और श्री ए.बी. गोयल, कार्यपालक निदेशक(वित्त), टीएचडीसीआईएल एवं बैक ऑफ बड़ोदा के अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में निष्पादित किया गया, टीएचडीसीआईएल की ओर से श्री अजय कुमार गर्ग, अपर महाप्रबंधक (वित्त) एवं बैंक आफ बड़ोदा की ओर से श्री मिथलेश कुमार, उप महाप्रबंधक, सीएफएस गुरुग्राम ने करार पर हस्ताक्षर किए।
निदेशक (वित्त) ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए ऋण करार को सफलतापूर्वक निष्पापदित करने पर टीएचडीसीआईएल और बैंक ऑफ बड़ौदा के अधिकारियों के प्रयासों की सराहना की। इसके साथ ही श्री जे.बेहेरा ने कहा कि यह करार बैक ऑफ बड़ोदा के साथ टीएचडीसीआईएल के व्यापारिक सहयोग का विस्तार है जो 2021 में शुरू हुआ था। बैंक ऑफ बड़ौदा से कुल क्रेडिट एक्सपोजर 5000 करोड़ रुपये होगा। श्री बेहेरा ने कहा कि टीएचडीसीआईएल अपने व्यापार प्रचालन का विस्तार कर रही है और कैपेक्स योजना को पूरा करने के लिए धन की आवश्यकता होगी।
इस समय, टीएचडीसीआईएल 1587 मेगावाट की संस्थापित क्षमता प्राप्त कर देश का प्रमुख विद्युत उत्पादक है, उत्तराखंड में टिहरी बांध और एचपीपी (1000 मेगावाट), कोटेश्वर एचईपी (400 मेगावाट), गुजरात के पाटन में 50 मेगावाट और द्वारका में 63 मेगावाट की पवन ऊर्जा परियोजना, उत्तर प्रदेश के झांसी में 24 मेगावाट की ढुकवां लघु जल विद्युत परियोजना और केरल के कासरगोड में 50 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजनाओं की सफलतापूर्वक कमीशनिंग को इसका श्रेय जाता है।