इरकॉन इंटरनैशनल लिमिटेड वित्तीय परिणाम: लगातार दूसरे वर्ष सबसे ज्यादा परिचालन राजस्व 40 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 10368 करोड़ रुपये, शुद्ध लाभ 29 प्रतिशन वृद्धि के साथ 765 करोड़ रुपये

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देहरादून-  इरकॉन इंटरनैशनल लिमिटेड, मिनिरत्न (श्रेणी-1) शैड्यूल ए सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम व सार्वजनिक क्षेत्र में अग्रणी आद्योपांत (टर्नकी) निर्माण कंपनी (रेल मंत्रालय के तहत), ने मार्च 31, 2023 को समाप्त चौथी तिमाही व पूरे वर्ष के वित्तीय परिणामों की घोषणा की है।

मार्च 31, 2023 को समाप्त वर्ष (समग्र) की प्रमुख वित्तीय विशिष्टताए दर्शाती हैं कि कुल आय 41.7 प्रतिशत बढ़कर 10750 करोड़ रुपये रही है जोकि वित्तीय वर्ष 22 में 7586 करोड़ रुपये थी। इस अवधि में परिचालन से प्राप्त राजस्व 40.5 प्रतिशत बढ़कर 10368 करोड़ रुपये रहा है जो कि वत्त वर्ष 22 में 7380 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 23 में ईबीआईटीडीए (EBITDA) वित्त वर्ष 22 के 846 करोड़ रुपये के मुकाबले 32.1 प्रतिशत बढ़कर 1117 करोड़ रुपये हो गया है। कंपनी का ईबीआईटीडीए (EBITDA) मार्जिन 10.39 प्रतिशत रहा है। कर पूर्व लाभ वित्त वर्ष 23 में 29.4 प्रतिशत बढ़कर 891करोड़ रुपये हो गया है जो वित्त वर्ष 22 में 689 करोड़ रुपये था। वित्त वर्ष 23 में शुद्ध लाभ 29.2 प्रतिशत बढ़कर 765 करोड़ रुपये हो गया जो कि वित्त वर्ष 22 में 592 करोड़ रुपये था। प्रति शेयर आय (ईपीएस) 2 रुपये प्रति शेयर के फेस वैल्यू पर 8.14 रुपये प्रति इक्विटी शेयर हो गयी है।

मार्च 31, 2023 को समाप्त तिमाही (समग्रता में) में कुल आय वित्त वर्ष 23 की चोथी तिमाही में 3954 करोड़ रुपये रही है जो कि वित्त वर्ष 22 के चौथे तिमाही के 3011 करोड़ रुपये से 31.3 प्रतिशत वर्ष दर वर्ष आधार पर अधिक है। परिचालन से प्राप्त राजस्व इस तिमाही में 28.1 प्रतिशत बढ़कर 3781 करोड़ रुपये हो गया जो वित्त वर्ष 22 की चौथी तिमाही में 2953 करोड़ रुपये था। ईबीआईटीडीए (EBITDA) 37.4 प्रतिशत बढ़कर 370 करोड़ रुपये हो गया जोकि वित्त वर्ष 22 की चौथी तिमाही में 269 करोड़ रुपये था। इस अवधि में कंपनी का ईबीआईटीडीए (EBITDA) मार्जिन 9.35 प्रतिशत रहा। कर पूर्व लाभ वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में 36.0 प्रतिशत बढ़कतर 301 करोड़ रुपये हो गया जोकि वित्त वर्ष 22 की चौथी तिमाही में 221 करोड़ रुपये था। शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में 6.1 प्रतिशत बढ़कर 257 करोड़ रुपये हो गया जोकि वित्त वर्ष 22 की चौथी तिमाही में 242 करोड़ रुपये था। ईपीएस प्रति शेयर दो रुपये के फेस वैल्यू पर 2.73 रुपये प्रति इक्विटी शेयर रहा है।

लाभांश के मामले में कंपनी के निदेशक मंडल ने अंतिम लाभांश 2 रुपये प्रति शेयर के फेस वैल्यू पर 1.20 रुपये प्रति इक्विटी शेयर की संस्तुति की है जोकि अंशधारकों की सालाना आम बैठक (एजीएम) की मंजूरी के आधीन है। यह अंतिम लाभांश वित्त वर्ष 23 में पूर्व में घोषित व भुगतान किए गए 1.80 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के अंतरिम लाभांश के अतिरिक्त है।

मार्च 31, 2023 को कंपनी का कुल आर्डर बुक 35195 करोड़ रुपये का रहा है। इसका विवरण इस प्रकार है: रेलवे (26,243 करोड़ रुपये), हाईवेज(6,985 करोड़ रुपये) और अन्य (1,967 करोड़ रुपये)।

उद्योग आउटलुक/आगे का मार्ग सकारात्मक नजर आता है। हाल ही के 2023 के बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने भारतीय रेल के लिए रिकार्ड 2.4 लाख करोड़ रुपये का आवंटन किया है जो सरकार के ब़ड़े पैमाने पर इंफ्रास्ट्रक्चर विस्तार और आने वाले सालों में नौकरी पैदा करने पर फोकस को दर्शाता है। भारत की सरकार आर्थिक विकास व देश में बढ़ती मांग को सहयोग देने के लिए आधारभूत ढांचे के विकास को प्राथमिकता दे रही है। कई सरकारी कदम जैसे पीएम गतिशक्ति, नैशनल लाजिस्टित पालिसी भारतमाला प्रोजेक्ट, सागरमाला प्रोजेक्ट, प्रधानमंत्री आवास योजना और स्मार्ट सिटी मिशन निवेश को आकर्षित कर रहे हैं और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के अवसर प्रदान कर रहे हैं। इस क्षेत्र में ग्रोथ के लिए खासा स्थान है और यह एक चुनौतीपूर्ण वातावरण देता है जिसमें कंपनी मजबूती से खड़े रहते हुए अपने परिचालन का विस्तार करेगी।

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