– शिक्षा, समाज, पर्यावरण, विज्ञान जैसे क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले युवाओं को दिया जाता है ‘प्राध्यापक यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार’।
देहरादून – प्राध्यापक यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार-2025 की चयन समिति ने इस वर्ष पुरस्कार के लिए ‘स्माइल रोटी बैंक फाउंडेशन’ के अध्यक्ष श्रीकृष्ण पाण्डेय ‘आजाद’ (गोरखपुर, उत्तर प्रदेश) का चयन किया है, वे बाल भिक्षावृत्ति रोकने, निस्सहाय मनोरोगियों के पुनर्वास तथा सेवा, विभिन्न कारागारों में निरूद्ध बंदियों के मनोविकास हेतु परामर्श द्वारा अपराध छोड़ समाज की मुख्यधारा में वापस आने, नशाखोरी रोकने आदि सामाजिक कार्यों से समाज में परिवर्तन लाने हेतु उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं। यह पुरस्कार देहरादून, उत्तराखंड में 28-30 नवंबर, 2025 के मध्य आयोजित होने जा रहे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 71वें राष्ट्रीय अधिवेशन में दिया जाएगा।
यह पुरस्कार वर्ष 1991 से प्राध्यापक यशवंतराव केलकर की स्मृति में दिया जाता है, जिन्हें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद संगठन का शिल्पकार कहा जाता है और अभाविप विस्तार में उनकी भूमिका के लिए याद किया जाता है। यह पुरस्कार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और विद्यार्थी निधि न्यास की एक संयुक्त पहल है, जो छात्रों की उन्नति एवं शिक्षा के क्षेत्र में काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।
पुरस्कार का उद्देश्य युवा सामाजिक उद्यमियों के काम को उजागर करना, उन्हें प्रोत्साहित करना और ऐसे सामाजिक उद्यमियों के प्रति युवाओं का आभार व्यक्त करना तथा युवा भारतीयों को सेवा कार्य के लिए प्रेरित करना है। इस पुरस्कार में ₹1,00,000/- की राशि, प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह समाविष्ट हैं।
प्राध्यापक यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार-2025 के लिए चयनित श्रीकृष्ण पाण्डेय ‘आजाद’ ने उत्तर प्रदेश के गोरखपुर तथा आसपास के जिलों के दो हजार से अधिक निस्सहाय मनोरोगियों की सेवा तथा चिकित्सा सहायता द्वारा उनको नया जीवन दिया। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिला कारागारों में निरूद्ध बंदियों को परामर्श तथा विभिन्न प्रकार की रचनात्मक गतिविधियों के आयोजन से बंदियों की मनोदशा में परिवर्तन लाने जिससे बंदी आपराधिक प्रवृत्ति छोड़कर समाज की मुख्यधारा में वापस लौटें, इस दिशा में सफलता के साथ श्रीकृष्ण पाण्डेय सतत प्रयासरत हैं। श्रीकृष्ण पाण्डेय ने अपने प्रयासों से बाल भिक्षावृत्ति तथा नशा रोकने की दिशा में उल्लेखनीय प्रयास किए हैं। उन्होंने अपने प्रयासों से स्वच्छता तथा पर्यावरण संरक्षण के कार्य से अनेक युवाओं को जोड़ा तथा उन्हें प्रशिक्षण देकर समाज में विभिन्न सकारात्मक परिवर्तनकारी कार्यों से जोड़ा। बाल भिक्षावृत्ति व बाल-श्रम को रोकने के लिए वे निरंतर सार्वजनिक स्थलों पर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं तथा भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों को चिन्हित कर, उनकी सहायता के लिए दो पुनर्वास केंद्र भी वे संचालित कर चुके हैं। उत्तर प्रदेश सरकार सहित विभिन्न संस्थाओं द्वारा उनके सामाजिक कार्य के लिए पूर्व में उन्हें पुरस्कृत किया गया है।
अभाविप के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. राजशरण शाही, राष्ट्रीय महामंत्री डॉ वीरेन्द्र सिंह सोलंकी, राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान एवं चयन समिति के संयोजक प्राध्यापक मिलिंद मराठे ने ‘यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार-2025’ से पुरस्कृत श्रीकृष्ण पाण्डेय को बधाई दी और उनके भविष्य के प्रयासों में सफलता की कामना की है।









