देहरादून- नारी शक्ति स्वरूपा महिला प्रदेश संगठन ने टेक होम राशन वितरण योजना के ई-टेंडरिंग व्यवस्था के खिलाफ सड़कों पर उतरेगी। संगठन का कहना है कि एक ओर सरकार नारी उत्थान और सशक्तिकरण की बात करती है तो दूसरी तरफ नारी के विकास में चलाए जा रहे योजनाओं को छिन्ने का काम किया जा रहा है। हम अपने अधिकारियों की लड़ाई के लिए आंदोलन चलाने में पीछे नहीं रहेंगे।
गुरुवार को शहर के सुभाष रोड स्थित एक पहाड़ी रेस्तरा में प्रदेश अध्यक्ष गीता मौर्य और प्रदेश संयोजिका पूजा द्विवेदी संगठन महिलाओं ने संयुक्त पत्रकार वार्ता में मलिलओं से आजीविका छिन्ने का आरोप लगाया। उन्होंने कह कि प्रदेश का निर्माण महिलाओं के संघर्ष के बदौलत है। चिपकों आंदोलन से लेकर अन्य मुहिम में नारी के योगदान को समझा जा सकता हैं। वहीं सरकार महिलाओं से टेक होम योजना से वंचित रखने के लिए ई-टेंडरिंग के माध्यम से ठेकेदारों काम दे रही है। जबकि महिला समूहों ने अपने कामों से अतिकुपोषित बच्चों की संख्या निल कर दी है।
उन्होंने कहा कि सरकार को विभाग और कुछ लोग गुमराह कर अपनी राजनीतिक रोटियां सेक रहे है। सरकार का नारा बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओं मात्र जुमला बन कर रह जाएगा। इस कार्य से ऐसा लगता है कि महिलाओं को बेघर और पुरुष सशक्तिकरण किया जा रहा है। इस मशीनी युग में सरकार को महिलाओं को रोजगार देने की चिंता करनी चाहिए न कि उनकों आजीविका से वंचित रखा जाए। महिला संगठन सरकार से 20 अप्रैल तक ई-टेंडगिंर को समाप्त करने की मांग की है। अगर सरकार का सकारात्मक कदम नहीं उठाया तो बाध्य होकर 21 अप्रैल से आंदोलन का रुख अख्तियार करना पड़ेगा।
इस मौके पर कोषाध्यक्ष कोमल नेगी, सचिव रीता नेगी, रेखा चौधरी, श्याना चौहान मौजूद रही।