न्यायधर्मसभा (NDS) राजनीतिक पार्टी के चुनावचिह्न ‘डायमण्ड’ का विमोचन

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 Haridwar –  आगामी उत्तराखण्ड विधानसभा चुनाव-2022 के लिए
चुनाव आयोग द्वारा न्यायधर्मसभा (NDS) राजनीतिक पार्टी का चुनावचिह्न जारी कर दिया गया है। आज दिनांक 21 नवम्बर, 2021 दिन
रविवार को प्रेसक्लब, हरिद्वार में इस चुनावचिह्न का विमोचन तथा प्रेसकांफ्रेंस का भी आयोजन किया गया।
मंचसंचालन का दायित्व निभाते हुए पार्टी कार्यकता श्री रूपेश कुमार ने दीपप्रज्वलन एवं चुनावचिह्न का अनावरण हेतु न्यायधर्मसभा पार्टी के
राष्ट्रीय सचिव श्री संजय श्रीवास्तव को आमंत्रित किया। इसके उपरान्त उपस्थित पत्रकारसमूह को सम्बोधित करते हुए न्यायधर्मसभा पार्टी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष श्री सन्देश शर्मा ने कहा कि न्यायधर्मसभा (NDS) का एक राजनैतिक पार्टी है, जिसका पंजीयन भारतीय चुनाव आयोग द्वारा
सन् 2020 में किया गया है। यद्यपि NDS विगत लगभग 30 वर्षों से समाज एवं राष्ट्र में न्याय की स्थापना के लिए शान्तिपूर्ण एवं लोकतान्त्रिक तरीके से सामाजिक संस्था के रूप में निरन्तर कार्य करती रही है।
न्यायधर्मसभा एक न्यायस्थापना अभियान को संचालित कर रही है, और समाज में न्याय की स्थापना होने तक यह अभियान सतत जारी रहेगा। इसी न्यायस्थापना के उद्देश्य से न्यायधर्मसभा के संस्थापक एवं मार्गदर्शक श्री अरविन्द ‘अंकुर’ जी ने स्वयं द्वारा प्रतिपादित कुल 111 न्यायप्रस्तावों को सरकार एवं समाज के समक्ष इनके क्रियान्वयन हेतु रखा है, जिनके द्वारा विश्व की समस्त समस्याओं के समाधान संभव हैं।
एक राजनैतिक पार्टी के रूप में न्यायधर्मसभा का कार्य न्यायप्रस्ताव संख्या-53 अर्थात् महालोकतन्त्र को स्थापित करना है। महालोकतन्त्र
का आशय विधायिका, मन्त्रिका, न्यायिका एवं पत्रकारिता सम्बन्धी सत्ताओं और व्यवस्थाओं पर जनता का नियन्त्रण स्थापित करना है।
अर्थात् न्यायधर्मसभा जनता की सरकार स्थापित न करके जनता को ही सरकार के रूप में प्रतिष्ठित करने जा रही है। इसका अर्थ है कि
न्यायधर्मसभा की कार्यप्रणाली में जनता ही सरकार होगी। न्यायधर्मसभा पार्टी के अन्य सभी न्यायप्रस्ताव जनता के मार्गदर्शन हेतु हैं, वे चाहें विद्या-जीविका-सुविधा-संरक्षण प्राप्ति के चार जनाधिकार सम्बन्धी न्यायप्रस्ताव हो, डिजिटल करेंसी सम्बन्धी न्यायप्रस्ताव हो, एम्पलॉयमेन्ट फण्ड सम्बन्धी न्यायप्रस्ताव हो, त्रिकोणीय अर्थव्यवस्था सम्बन्धी न्यायप्रस्ताव हो, पंचायती शासन सम्बन्धी न्यायप्रस्ताव हो, सार्वभौमिक राष्ट्र सम्बन्धी न्यायप्रस्ताव हो या इसी प्रकार से अन्य न्यायप्रस्ताव हों। उन सभी न्यायप्रस्तावों को महालोकतन्त्र के माध्यम से जनता स्वयं प्राप्त करेगी/स्थापित करेगी। न्यायधर्मसभा पार्टी जनता
को महालोकतन्त्र के माध्यम से मात्र शासनाधिकार प्रदान करेगी।
न्यायधर्मसभा पार्टी की सभी बातें सैद्धान्तिक हैं, संतुलित हैं। न्याय संतुलन का ही प्रतीक है, इसीलिए एक सामाजिक संस्था के रूप में न्यायधर्मसभा
सूर्य के अन्दर संतुलन (तराजू) प्रतीक का प्रयोग करती रही है। अब एक राजनैतिक पार्टी के चुनावचिह्न हेतु ‘डायमन्ड’ का आवेदन NDS पार्टी द्वारा चुनाव आयोग को किया गया था, क्योंकि ‘डायमन्ड’ भी ‘संतुलन’ और ‘सममिति’ तथा ‘समृद्धि’ का प्रतीक है, जो न्याय के विषय हैं
तथा जो डायमन्ड की आकृति द्वारा भलीभाँति प्रदर्शित/प्रकाशित हैं।
इस अवसर पर पत्रकारों ने न्यायधर्मसभा पार्टी के पदाधिकारियों के समक्ष विभिन्न प्रश्नों को उठाया, जिनका उत्तर NDS के उत्तराखण्ड प्रदेशप्रभारी श्री नरेन्द्र रावत जी द्वारा दिया गया। न्यायधर्मसभा पार्टी की ओर से जिला प्रभारी श्री रविन्द्र जी, प्रीती डिमरी जी, श्री संजीव शिकदार जी, सुनीता शर्मा जी, श्यमवीर जी, सुधीर कुमार जी, नितिन जी, सुधा शिकदार जी, कु0 प्रज्ञा शर्मा आदि कार्यकर्ता कार्यक्रम में उपस्थित रहे।
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