तुलाज़ इंस्टिट्यूट ने इंटरैक्टिव सत्र ‘विमर्श’ का किया आयोजन

100

देहरादून: तुलाज़ इंस्टिट्यूट ने आज अपने परिसर में ‘विमर्श’ नामक एक ज्ञानवर्धक संवाद सत्र का आयोजन किया। वीएमएसबी उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ओंकार सिंह द्वारा सत्र का संचालन किया गया, जिसका उद्देश्य शैक्षणिक और व्यक्तिगत विकास में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करना था।

कार्यक्रम की शुरुआत तुलाज़ इंस्टिट्यूट के निदेशक डॉ. अनिल कुमार के स्वागत भाषण के साथ हुई, जिसमें प्रौद्योगिकी के उपाध्यक्ष डॉ. राघव गर्ग, डीन एकेडमिक्स डॉ. निशांत सक्सेना, डीन मैनेजमेंट डॉ. रणित किशोर, और कुलसचिव डॉ. पवन कुमार चौबे सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। कार्यक्रम में शिवालिक इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक डॉ. प्रह्लाद सहित जेबीआईटी के प्रोफेसर डॉ. मनोज चौधरी और डॉ. संदीप चौधरी ने भी हिस्सा लिया।

Also Read....  आदि गौरव महोत्सव 2024 का हुआ भव्य समापन लोक गायक किशन महिपाल और सनी दयाल ने समां बांधा

इस सत्र में जेबीआईटी और शिवालिक कॉलेज के छात्रों की उत्साहपूर्ण भागीदारी भी देखी गई, और यूटीयू से सम्बंधित अन्य कॉलेजों के छात्रों ने भी ऑनलाइन मोड के माध्यम से सत्र में हिस्सा लिया। सत्र का आयोजन हाइब्रिड मोड में किया गया था।

डॉ. ओंकार सिंह ने अपने इंटरैक्टिव सत्र के दौरान कई महत्वपूर्ण विषयों पर मौजूद छात्रों का ध्यान केंद्रित किया, जैसे की विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए कैरियर विकास, शिक्षण और सीखने की प्रक्रिया, छात्र और संकाय विनिमय कार्यक्रम, और विश्वविद्यालय मैनेजमेंट पोर्टल के माध्यम से शिक्षाविदों का डिजिटलीकरण।

Also Read....  परवान चढ़ने लगी है जिलाधिकारी की शहर को बाल भिक्षावृत्ति से मुक्त करने की कवायद

डॉ. सिंह ने छात्रों के समग्र विकास के महत्व पर जोर दिया और उन्हें आत्म-अनुशासन की सलाह दी। उन्होंने जीवन के लिए एक संतुलित दृष्टिकोण के महत्व पर भी प्रकाश डाला जिसमें शैक्षणिक और व्यक्तिगत विकास दोनों शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, उन्होंने छात्रों को एक विकास मानसिकता विकसित करने और नई चीजें सीखने के लिए ग्रहणशील रहने की आवश्यकता पर बल दिया।

Also Read....  परवान चढ़ने लगी है जिलाधिकारी की शहर को बाल भिक्षावृत्ति से मुक्त करने की कवायद

सत्र में मौजूद छात्रों ने डॉ. सिंह की अंतर्दृष्टि को प्रेरक और प्रेरणादायक पाया। सत्र का समापन प्रश्नोत्तर सत्र के हुआ, जिसके दौरान छात्रों को कुलपति के साथ बातचीत करने और अपनी शंकाओं के समाधान के लिए स्पष्टीकरण प्राप्त करने का अवसर मिला।

इस कार्यक्रम के ज़रिये छात्रों को शैक्षणिक और व्यक्तिगत विकास के विभिन्न पहलुओं में बहुमूल्य अंतर्दृष्टि प्रदान हुई। छात्रों के लिए कुलपति के साथ बातचीत करने और अपने भविष्य के करियर के लिए प्रेरणा और मार्गदर्शन प्राप्त करने का यह एक उत्कृष्ट अवसर था।

LEAVE A REPLY