डीजीपी अशोक कुमार ने किया ‘आर्ट सेंट्रियो’ कला प्रदर्शनी का उद्घाटन

148

देहरादून –  उत्तराखंड पुलिस के महानिदेशक आईपीएस अशोक कुमार ने आज सेंट्रियो मॉल, देहरादून में आयोजित एक अनूठी कला प्रदर्शनी ‘आर्ट सेंट्रियो’ का उद्घाटन करा। 24 सितंबर तक चलने वाली इस कला प्रदर्शनी में 20 से अधिक प्रसिद्ध कलाकारों की रचनात्मक कलाएं देखने को मिलेंगी, जिनमें अनस सुल्तान, अंजुम परवीन, अंजलि थापा, अंकुर राणा, अंकिता सिंह, आनंद करमाकर, अरबिंद सिंह, भारती शर्मा नौटियाल, बिपिन कुमार, इंदु त्रिपाठी, मैत्रेयी नंदी, मीनाक्षी दुबे, मेघा कथूरिया, निर्झर सोम, प्रियंका सिन्हा, रतमेश दुबे, रूपक गोस्वामी, संजीव चेतन, समशेर वारसी, सतपाल गांधी, सरला चंद्रा, संगीता राज, संजय शर्मा, सुवाजीत सामंत, श्रीधर अय्यर और सूरज कुमार काशी शामिल हैं।

Also Read....  इस समय की सबसे बड़ी खबर उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव पर लगी रोक हटी

आईपीएस अशोक कुमार ने कलाकारों के प्रति अपनी प्रशंसा व्यक्त करते हुए समाज में कला को बढ़ावा देने के महत्व के बारे में बताया। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा, “कला एक शक्तिशाली माध्यम है जो सीमाओं को पार करने और लोगों को गहरे स्तर पर जोड़ने की क्षमता रखता है। मुझे ‘आर्ट सेंट्रियो’ का उद्घाटन करते हुए बेहद खुशी हो रही है, जो हमारे कलाकारों की अपार प्रतिभा और अपनी कला से प्रेरित करने की उनकी क्षमता को प्रदर्शित करता है।”

Also Read....  मुख्यमंत्री ने एक पेड़ मां के नाम अभियान के अन्तर्गत अपनी माताजी के साथ किया पौधारोपण

यूनिसन सेंट्रियो मॉल के सेंटर डायरेक्टर और बिज़नेस डेवलपमेंट के हेड नोएल वेसाओकर ने इस प्रदर्शनी के आयोजन के प्रति अपना उत्साह व्यक्त किया और मॉल में आगामी गतिविधियों के बारे में बताया। उन्होंने कहा, “आने वाले सप्ताहांत में, हम एमडी मोइन द्वारा एक लाइव पेंटिंग और चिल्ड्रन वर्कशॉप, जाकिर हुसैन द्वारा एक लाइव पेंटिंग और मेघा कथूरिया द्वारा एक चारकोल पेंटिंग और चारकोल वर्कशॉप की मेजबानी करने जा रहे हैं। इन आयोजनों का उद्देश्य समुदाय के प्रत्येक व्यक्ति को एकत्रित करना और कलात्मक अभिव्यक्ति के लिए एक मंच प्रदान करना है।”

Also Read....  सीएम धामी ने की बारिश को लेकर सतर्क रहने की अपील

उन्होंने आगे कहा, “हम आर्ट सेंट्रियो को सिर्फ एक बार ही नहीं बल्कि आने वाले समय में बार बार आयोजित करेंगे, ताकि इस अनूठी प्रदर्शनी के माध्यम से समाज के प्रत्येक सदस्य को कला के बारे में जानने का मौका मिले।”

LEAVE A REPLY