बनबसा – मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में उपस्थित सभी पूर्व सैनिकों को दीपावली की बधाई देते हुए कहा कि एक सैनिक अपने सेना व अर्धसैन्य बल में अपनी सेवाकाल के दौरान देश की रक्षा का कार्य करता है, जब वह अपनी इस सेवा से सेवानिवृत्त हो जाता है, उसके उपरांत वह समाज की सेवा में जुट जाता है। इसलिए कोई भी सैनिक भूतपूर्व सैनिक नहीं होता है वह हमेशा ही देश की सेवा में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने वाला वीर सैनिक होता है। जब वह सरहदों पर सेना के सुरक्षा कवच के रूप में तैनात होता है, तब वह देश की सुरक्षा कर रहा होता है और जब वह सेवानिवृत्त होकर घर आता है फिर सामाजिक सेवा करने लग जाता है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि भारत की सेना का इतिहास एक गौरवशाली इतिहास रहा है। देश की आजादी के बाद हमारी सेना ने जितने भी युद्ध लड़े हैं उसमें अपना अदम्य साहस हमारे वीर सैनिकों ने दिखाया है। कारगिल युद्ध में हमारे वीर सैनिकों ने अदम्य साहस दिखाकर भारतीय सेना ने पुरे विश्व को एक वीर सेना के रूप में प्रस्तुत किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सैनिकों तथा उनके परिवारजनों की अनेक प्रकार की समस्या होती है। सरकार समस्या के निदान हेतु तत्परता से कार्य कर रही है। हमारी सेना में देश भक्ति का जज्बा दिखता है उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार द्वारा वन रैंक वन पेंशन जैसे निर्णय लेकर सैनिकों के मनोबल को आगे बढ़ाने का कार्य किया गया। उन्होंने कहा कि भारत की सेना गोली के बदले गोला फेंककर दुश्मनों को खत्म करती है। आज दुनिया की कोई भी शक्ति भारत के सामने टिक नहीं सकती। आज भारत रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर की ओर आगे बढ़ा है, हर क्षेत्र में भारत आत्मनिर्भर हैं डिजिटल पेमेंट करके विश्व में पहला स्थान भारत का है। छोटे से छोटे व्यवसाई डिजिटल पेमेंट कर रहे है। आज भारत दुनिया का नेतृत्व करने की ओर आगे बढ़ा है। 2047 में भारत एक विकसित भारत बन जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के साथ-साथ हमारा राज्य भी अनेक विकास कार्य वीर सैनिकों व उनके आश्रितों के हित में कर रहा है। अनेक विकास कार्य राज्य में हो रहे हैं, सैनिकों के सम्मान हेतु देहरादून में सैन्य धाम का निर्माण हो रहा है। जनपद चंपावत में गंगा कॉरिडोर की तर्ज पर शारदा कॉरिडोर का निर्माण आने वाले समय में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक होगा। उसी के अनुरूप राज्य निरंतर प्रगति कर रहा है। राज्य में यूसीसी विधेयक के रूप में लागू होने जा रहा है। राज्य में नकल विरोधी कानून लागू किया गया, आज 18500 सरकारी नौकरी बिना किसी गड़बड़ी के यहां के बेरोजगारों को मिली है।
100 से अधिक नकल माफियाओं को जेल में डालने का कार्य सरकार द्वारा किया गया है। राज्य में धर्मांतरण कानून सरकार द्वारा बनाया गया। लैंड जिहाद, लव जिहाद को रोकने का कार्य सरकार द्वारा किया गया है। उन्होंने कहा कि थूक जिहाद को किसी भी प्रकार से बर्दाश्त नहीं किया जाएगा यह राज्य में नहीं चलेगा। उन्होंने कहा कि सरकार सैनिकों के हित के प्रति कटिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड के बलिदानी सैनिकों के परिजनों को मिलने वाली 10 लाख रुपए की धनराशि को बढ़ाकर 50 लाख रुपए करने का प्रावधान किया गया है।
उन्होंने कहा कि इस बार की दीपावली बहुत विशेष है, क्योंकि 500 वर्षों से हम प्रतीक्षा कर रहे थे कि भगवान राम अपने घर में आए हैं। आज वह अपने घर पर विराजमान हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले के समय में हम बड़ी संख्या में विदेश से हथियार खरीदते थे, लेकिन आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत आत्मनिर्भर बन रहा है और आज 200 से भी अधिक सैन्य उपकरण हमारे ही देश में बनकर तैयार हो रहे हैं। जिसका इस्तेमाल भारत की सेना द्वारा किया जाता है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पार्टी में सैनिक कल्याण विभाग की भूमि पर सैन्य बहुउद्देश्यीय केन्द्र के लिए डीपीआर तैयार कर स्वीकृति प्रदान करने, चंपावत में एनसीसी की कंपनी शीघ्र खोलने, चंपावत जिला मुख्यालय में ईसीएचएस खोले जाने हेतु भूमि का चयन कर जिलाधिकारी को आवश्यक कार्यवाही करने की भी बात कही।
इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष निर्मल महरा, प्रदेश मंत्री हेमा जोशी, विधायक प्रतिनिधि दीपक रजवार, भूतपूर्व सैनिक संगठन के जिलाध्यक्ष के भानी चंद, जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे, पुलिस अधीक्षक अजय गणपति भारत के साथ ही भारतीय सेना में तैनात नेपाल के पूर्व सैनिक आदि उपस्थिति थे। कार्यक्रम का संचालन पूर्व सैनिक पुष्कर कापड़ी द्वारा किया गया।