देहरादून – आज प्रशासक/निबंधक, सोनिका द्वारा उत्तराखण्ड कोे-आपरेटिव रेशम फेडरेशन के मुख्यालय सिल्क पार्क में फेडरेशन के ब्रांड दूनसिल्क के रिटेल आउटलेट रेशम घर का निरीक्षण किया गया एवं फेडरेशन द्वारा बनाये जा रहे उत्पादों का अवलोकन किया गया। रजिस्ट्रार महोदय द्वारा निर्देशित किया गया कि वर्तमान में बनाये जा रहे उत्पादों की गुणवत्ता में और सुधार किया जाये एंव बाजार की मांग एवं उपभोक्ताओं को किफायती दरों पर वर्तमान मे प्रचलित विविध रंगो/डिजायनों में उत्पाद विक्रय किया जाये।
आउटलेट के निरीक्षण के के पश्चात फ़ेडरेशन द्वारा संचालित की जा रही पूर्ण मूल्य श्रंखला का निरीक्षण किया गया जिसमें ग्रोथ सेन्टर सेलाकुई में रेशम रीलिंग इकाई, टिविस्टिंग इकाई, परम्परागत कटघई पर तैयार किये जा रहे धागा उत्पादन इकाई, विविध प्रकार की रेशम साडियों के उत्पादन की तीन पावरलूम इकाईयों, कोया बाजार आदि का निरीक्षण किया गया जिसमें निम्न प्रकार से दिये गये।
1. फेडरेशन की पूर्ण मूल्य श्रंखला के माॅडल दूनसिल्क को अमूल ब्रांड की तरह सहकारिता मंत्रालय भारत सरकार के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर के माॅडल के रुप में स्थापित किये जाने हेतु कार्य योजना तैयार करना।
2. राष्ट्रीय स्तर दूनसिल्क के उत्पादों को प्रचलित किये जाने हेतु कोर टीम का गठन किया जाये, जिसको मुख्य कार्य प्रचार प्रसार, उत्पादन डिजायन एवं गुणवत्ता नियंत्रण होगा।
3. रेशम धागाकरण इकाई सेलाकुई में तैनात उच्च कुशल श्रमिकों को फ़ेडरेशन की और से ड्रेस कोड निर्धारित कर वितरित किये जाने के निर्देश दिये गये।
4. फेडरेशन के ब्रांड दिनसिल्क के उत्पादों को आनलाईन प्लेटफार्म के माध्यम से विक्रय किये जाने हेतु कार्ययोजना पर कार्य किया जायेे।
5. ग्रोथ सेन्टर सेलार्कइु रीलिंग इकाई एवं अन्य अवस्थापना इकाईयों को जीर्णोद्धार हेतु निदेषक रेषम को सुझाव दिया गया कि यथाषीघ्र उक्त कार्य हेतु शासन से निर्धारित मदों में धनराषि/बजट की मांग कर उक्त कार्य सम्पन्न कराये जाने आवष्यक है।
प्रबंध निदेशक रेशम फेडरेशन श्री आनन्द शुक्ल ने महोदया को अवगत कराया गया कि फेडरेशन आगामी वर्ष मे उत्पादन क्षमता बढा़ने हेतु पांच उत्पादन लाईन पर कार्य किये जाने की योजना पर कार्य किया जा रहा है जिसमें प्रथम उत्पादन लाईन में रेशम फेडरेशन के सिल्कपार्क वर्कशॉप में पीस रेट पर कार्य किया जायेगा, द्वितीय में ग्रोथ सेन्टर सेलाकुई में रीलिंग इकाई, तृतीय में रेशम फेडरेशन से जुड़े बनुकरों, चतुर्थ लाईन में कुछ विशेष उत्पाद आउटसोर्स एवं पाचंवी प्रोडक्शन लाईन में केन्द्रीय रेशम बोर्ड एवं रेशम निदेशालय की अनुपयोगी उत्पादन अवस्थापना सुविधाओं का उपयोग करते हुये लगभग 50 करोड़ रुपये का वार्षिक उत्पादन का लक्ष्य हासिल किया जायेगा। इस अवसर पर निदेशक रेशम प्रदीप कुमार, ए0डीसी0ओ0 श्री दिग्विजय सिंह, प्रबंधक श्री मातबर कण्डारी, टैक्स इंजी अकिंत खाती, अमित शेखर नेगी आदि अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित थे।