डब्ल्यूआईसी इंडिया ने उत्साह, खूबसूरती और एकजुटता के साथ मनाया तीज 2025

74

– डॉ गौरी बिष्ट बनीं तीज क्वीन; भावना बिष्ट और नितिका मित्तल रहीं प्रथम और द्वितीय रनर-अप

देहरादून : वर्ल्ड इंटीग्रिटी सेंटर (डबल्यूआईसी) इंडिया, देहरादून ने आज अपने परिसर में तीज उत्सव 2025 धूमधाम और पारंपरिक उत्साह के साथ मनाया। इस कार्यक्रम में महिलाओं ने परंपरा, समुदाय और संस्कृति का भरपूर आनंद लिया।

कार्यक्रम की शुरुआत दिलचस्प और हंसी-ठिठोली से भरपूर गतिविधियों के साथ हुई, जिनमें ब्लाइंड फोल्ड, तंबोला, नखरेवाली तीज, डम्ब शराज़ और चिट्स जैसे खेल शामिल रहे। इन खेलों ने न सिर्फ सबका मनोरंजन किया बल्कि आपसी मेल-जोल को भी बढ़ावा दिया।

Also Read....  सहकारिता से समृद्धि की राह पर उत्तराखंड पौड़ी में शुरू हुआ जनपद स्तरीय सहकारिता मेला

शाम के सबसे खास पलों में से एक रहा ग्रेसफुल रैंप वॉक, जिसमें सदस्यों और मेहमानों ने आत्मविश्वास और आकर्षण के साथ मंच पर जलवे बिखेरे। इसके बाद महिलाओं ने अपनी रचनात्मकता और प्रतिभा को मंच पर प्रस्तुत कर सबका दिल जीत लिया।

इस वर्ष की तीज क्वीन प्रतियोगिता में जजस के रूप में मेघा सोइन, चांदनी देवगन और अंबिका रावत मौजूद रहे।

प्रतियोगिता के लिए प्रतिभागियों को उनकी शालीनता, मंच पर उपस्थिति, सांस्कृतिक जुड़ाव और सम्पूर्ण व्यक्तित्व के आधार पर आंका गया। तीज क्वीन 2025 का ताज डॉ गौरी बिष्ट को पहनाया गया, जबकि भावना बिष्ट और नितिका मित्तल को क्रमशः प्रथम और द्वितीय रनर-अप घोषित किया गया।

Also Read....  सहकारिता से समृद्धि की राह पर उत्तराखंड पौड़ी में शुरू हुआ जनपद स्तरीय सहकारिता मेला

महिलाएं पारंपरिक परिधानों में सजी-धजी नज़र आईं। उन्होंने मेहंदी, संगीत, नृत्य और पारंपरिक व्यंजनों का आनंद लेकर इस उत्सव को और भी खास बना दिया।

इस आयोजन को ज़ेवर – द ज्वेलरी पॉइंट, ओरिका स्पाइसेज़, ग्लैम बाय आस्था – ब्यूटी सैलून एंड एकेडमी, और सोया सेरा के सहयोग से आयोजित किया गया।

Also Read....  सहकारिता से समृद्धि की राह पर उत्तराखंड पौड़ी में शुरू हुआ जनपद स्तरीय सहकारिता मेला

डबल्यूआईसी इंडिया के निदेशक अंकित अग्रवाल और सचिन उपाध्याय ने सभी प्रतिभागियों और मेहमानों का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “हमें इस बात का गर्व है की डबल्यूआईसी इंडिया में हर साल तीज उत्सव और भव्य रूप से मनाया जाता है। यह केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि नारीत्व, सामुदायिक भावना और सांस्कृतिक विरासत का उत्सव है। डबल्यूआईसी इंडिया सदैव ऐसे समावेशी और आनंदमय आयोजनों के लिए प्रतिबद्ध रहेगा।”

LEAVE A REPLY