देहरादून – आॅल इंडिया नेशनल बैंक ऑफिसर्स फैडरेशन के बैनरतले बैंककर्मी हड़ताल पर रहे। हड़ताल के चलते बैंक कर्मियों ने केनरा बैंक, मुख्य शाखा राजपुर रोड से गांधी पार्क तक रैली निकाल कर बैंकों के निजीकरण का विरोध किया। इस दौरान फेडरेशन के राज्य सचिव इंद्र सिंह परमार ने कहा कि वर्तमान सरकार ने बजट में सार्वजनिक बैंकों के निजीकरण की घोषणा की है, जो आर्थिक एवं सामाजिक दृष्टि से देश के लिए घातक है। यह फैसला आम आदमी तक सस्ती एवं सुलभ वित्तीय सेवाओं को पहुंचाने में बाधा उत्पन्न करेगा। राष्ट्रीय बैंको ने पिछले 50 वर्षों में देश के विभिन्न हिस्सों में एक लाख से अधिक शाखाएं खोली हंै और देश वासियों की सेवा में निरंतर प्रयासरत हैं। पिछले 50 वर्षों में राष्ट्रीयकृत बैंको ने 100 लाख करोड़ के ऋण वितरित कर देश वासियों को लाभान्वित किया है। वित्तीय समावेशन के लक्ष्य को पूर्ण करने का हर संभव प्रयास किया है।
कहा कि बैंको के निजीकरण से ग्रामीण शाखाओं का बंद होना, कृषि ऋणों में कमी होना छोटे किसानों की कृषि कार्य से बेदखली, छोटे और मध्यम आयकर के उघोगोंध् व्यापारियों को ऋण मिलने में कठिनाई जैसी परेशानियां लोगों को उठानी पड़ेंगी। स्थाई नौकरियों पे हमले , नौकरियों पर ठेकदारों का कब्जा एवं लूट, जनता की बचत पूंजी पर बड़े कॉरपोरेट घरानों का कब्जा और मुनाफाखोरी बढ़ेगी। ये हम सब का दायित्व है कि देश के महत्वपूर्ण संसाधनों, सार्वजनिक उपक्रमों की रक्षा करे ताकि आने वाली पीढ़ी तक इसकी प्रासंगिकता एवं लाभप्रद्ता मिलती रहे। कहा कि सरकार के इस निजीकरण के खिलाफ हमने देशव्यापी अखिल भारतीय राष्ट्रीय कृत बैंक अधिकारी महासंघ ने हड़ताल की। सार्वजनिक बेंकों ने हाल ही में प्रधानमंत्री जनधन योजना, मुद्रा योजना, आवास योजना, अटल पेंशन योजना, सरक्षा बीमा एवं जीवन ज्योति बीमा जैसी योजनाओं को सफल बनाया है। इसके बावजूद भी निजीकरण की तरफ सरकार का कदम बढ़ाना इन सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को निजी हाथों मे देने की एक पहल की तरह देखी जाएगी। निजी क्षेत्र का मुख्य लक्ष्य लाभ अर्जित करना होता है, आने वाले समय मे यही निजी बैंक सभी सेवाओं पर भारीकृभरकम शुल्क वसूलेगा।इस अवसर पर अखिल भारतीय राष्ट्रकृत बैंक अधिकारी महासंघ उत्तराखंड राज्य के पदाधिकारी, राज्य सचिव इंद्र सिंह परमार, अध्यक्ष दीपक रावत, उपाध्यक्ष शार्दूल ढौंडियाल, उपाध्यक्ष शिखर जोशी, उपाध्यक्ष करण सिंह चैहान, एसडी जोशी (क्षेत्रीय सचिव केनरा बेंक ओफिसर्स एसोशिएशन), एएस भाकुनी (क्षेत्रीय सचिव बैंक ऑफ इंडिया) पदाधिकारी मौजूद रहे। इनके अलावा अमित जुयाल, अंकिता कंडारी, अनुज भटृ, रवीद्र थपलियाल, प्रशांत रावत, मनीष भर्तवाल, कैलाश शर्मा, मानस बर्थवाल, सुरेश रावत, नीरज शर्मा एवं मोहनसिंह घारिया भी शामिल रहे।