कुमाऊंनी लोकगायिका रूचि आर्य का नया लोकगीत “ना रूला ना रूला ब्वारी” हुआ रिलीज

586

अल्मोड़ा। विकास खण्ड द्वाराहाट के डोटल गांव की निवासी लोकगायिका रूचि आर्य का एक बार फिर नया कुमाऊंनी लोकगीत “ना रूला ना रूला ब्वारी” यूट्यूब पर हुआ रिलीज।

लोकगायिका रूचि आर्य ने बताया कि “ना रूला ना रूला ब्वारी” गीत में सास और ससुर अपनी ब्वारी को कह रहे हैं कि इतने अत्याचार ना कर एक दिन तुझे भी सास बनना है। उन्होंने कहा कि यह गीत बहुत अच्छा बना है आप सभी एक बार इस गीत को अवश्य सुने।

Also Read....  सुशासन में उत्कृष्टता के लिए बंशीधर तिवारी को राष्ट्रीय सम्मान, मुख्यमंत्री धामी ने किया सम्मानित

“ना रूला ना रूला ब्वारी” कुमाऊंनी लोकगीत को लोकगायिका रूचि आर्य व कुमार आनंद ने अपनी मधुर आवाज दी है। वहीं गीत में मधुर धुन विनोद पांडे ने दी है और गीत के निर्माता और बोल कुमार आनंद ने लिखे हैं।

Also Read....  राजमार्गों पर सार्वजनिक स्थानों पर फैले कूड़े-कचरे पर जिलाधिकारी की सख्तीः सम्बन्धित अधिकारियों को बीएनएसएस धारा 152 (पूर्व धारा सीआरपीसी 133) के तहत आपराधिक नोटिस जारी

इससे पूर्व में रुचि आर्य की चार एलबम हिट कमू पहाड़ा लै जूला, मेरो फैशन मचैंगो धमाल, हिट म्यरा संग सुमना व बूबू कौतिक जानू रिलीज हो चुके हैं। इन गीतों को लोगों द्वारा खूब सराहा गया।

Also Read....  मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड महक क्रांति नीति-2026-36 का किया शुभारम्भ

रुचि आर्य ने कहा, मैं आशा करती हूं कि मेरे द्वारा गाया गया गीत ना रूला ना रूला ब्वारी गीत को भी लोगों का प्यार मिलेगा।

LEAVE A REPLY