अंकिता पाठक और संदीप गुप्ता के गीतों पर झूम उठे श्रोता

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-सीआरपीएफ के महानिरीक्षक भानू प्रताप सिंह ने की परिवार संग खरीदारी
-गीतों की धुनों संग लोगों ने लिया मेले का आनंद

देहरादून। सिंगर अंकिता पाठक ने श्रोताओं का हालचाल पूछा। कहा कि आप सब झूमने को तैयार हैं। यदि नहीं तो तैयार हो जाइए। फिर क्या एक के बाद एक उन्होंने फिल्मी गीतों की धुनों पर वहां बैठे युवाओं को झूमाया। मौका था श्री गुरु नानक पब्लिक महिला इंटर कॉलेज ग्राउंड रेस कोर्स में दा मलंगिया आर्ट्स के द्वारा आयोजित 11 दिवसीय प्रदर्शनी का। इस मेले में मंगलवार की शाम सजी गीत संगीत संध्या में अंकिता ने शानदर प्रस्तुति दी।
 इस दौरान उन्होंने दिल दिवाना, दिल दिया गल्ला, छाप,तिलक  सईयां, मन मस्त मगन जैस सहित कई गाने बेहद ही खास अंदाज में गाए। इस मीठी आवाज पर वहां बैठे लोग झूमने को मजबूर हो गए। अंकिता ने गानों के साथ अलग अंदाज में वहां जलवा बिखेर समां बांध दिया। सोमवार की शाम को भी उन्होंने अपने सुपरहिट गानों से लोगों को झूमने को मजबूर कर दिया था। इससे पहले गायिका अंकिता ने अपने गीतों पर दर्शकों को झुमाया। इस मौके पर गायक संदीप गुप्ता ने किशोर कुमार के सुपर हिट गाने अपनी तो जैसे तैसे,मेरी उमर के नौजवानों, बचना ऐ हसीनों गाकर सबको झुमाया।देर शाम तक मैदान में बड़ी संख्या में श्रोता  पांडाल में डटे रहे।  इस मौके पर सीआरपीएफ के महानिरीक्षक भानू प्रताप सिंह ने भी अपने परिवार के साथ स्टॉल्स से खरीदारी की। #दा मलंग आर्ट शिल्प,व्यंजन और म्यूजिक प्रदर्शनी का श्री गुरु नानक पब्लिक महिला इंटर कॉलेज ग्राउंड रेस कोर्स में मेला आयोजित किया जा रहा है। आयोजक ऋषि कुमार झा ने बताया कि मेले में 14 फरवरी तक सुबह दस से रात्रि दस बजे तक अलग अलग कार्यक्रमों का आनंद लेने के साथ ही यहां शिल्प कलाओं की खरीदारी भी की जा सकती है। इस मौके पर दा मलंग प्रदर्शनी के लोकल कॉर्डिनेशन करने वाले सिनमिट कम्युनिकेशंस के डायरेक्टर दलीप सिंधी और राजीव मित्तल सहित कई लोग मौजूद रहे।
#श्री गुरु नानक पब्लिक महिला इंटर कॉलेज ग्राउंड रेस कोर्स मे मेले का आयोजन किया जा रहा है। इसमें देशभर से कारीगरों, शिल्पकार शामिल हुए हैं। इनके द्वारा बनाई गई चीजों को काफी पसंद किया जा रहा है। मनीपुर के चंदेल जिले से बैथनी चांडम ने बताया कि मेले में लोग खूब आ रहे है और उनके उत्पादों की बिक्री भी ठीक ठाक हो रही है उन्होंने बताया कि हैडलूम, शॉल, साडी, दुपटा, , टोपी, मॉफलर, जुराब स्वीटर टोपियां ऐ सब हाथ से बूने है जो लोगों को खूब पसंद आ रहा है। इस वक्त क्योंकि ठंड  है तो लोग हाथ से बनी हुई यह शॉल बहुत पसंद कर रहे हैं। यहां पर अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दा मलंगिया आर्ट्स के जरिए उन्हें एक अच्छा रोजगार मिला है, इसके लिए उन्होंने आयोजकों का भी धन्यवाद दिया।

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