कोटद्वार दूगड्डा- उत्तराखंड नवनिर्माण पार्टी (उनपा) द्वारा आयोजित पहाड़ परिवर्तन पद यात्रा का दूसरा दिन का पड़ाव दुगड्डा में विराम दिया गया! कोटद्वार में लोगों द्वारा उनपा को मिले सर्मथन से यह तो तय हुआ कि देवभूमि के लोग राजनीतिक परिवर्तन के लिये प्रतिबद्ध है। आज दूसरे दिन हम कोटद्वार से
दुगड्डा के लिये निकले तो झंडा चौक पर कुछ पत्रकार बंधु इंतजार करते मिले ,उनसे वार्ता कर हम आगे बढे तो कई लोग मिले जो कि कल हमें जनसंपर्क के दैरान मिले थे , उनसे चलते चलते कुछ बातें हुई कुछ राजनीतिक तो कुछ आत्मीयता भरी । यात्रा के बीच में कई यात्री गाडियां रोक रोक कर हमसे हमारी पार्टी के बारे में जानना चाह रहे थे और उनके मन में हमारे प्रति सम्मान उठा जब हमने उन्हे हमारी पार्टी की नीतियों के बारे में बताया ,हर व्यक्ति बीजेपी ,कांग्रेस से दुखी व खिन्न नजर आया और किसी नई क्षेत्रीय पार्टी को अपनाने के लिये वो आतुर दिखे , बीच मे हमने देखा कि सड़क की हालत जर्जर हो चुकी है कुछ बस वाले और ट्रक चलाने वाले बंधु मिले तो उनका मन व्यथित दिखा, कोई बता ही नही सकता कि सड़क में गड्ढा है या गड्ढे में सड़क ! शायद लोगों के मन की बात राज्य सरकार जान चुकी है की इस बार जनता उनका डब्बा गोल करने वाली है तो सरकार ने भी जनहित कार्य भी बंद करवा दिये है और सरकार जानती है कि जितना महाविनाश वो देवभूमि का कर चुके है उससे ज्यादा विनाश की अब कोई गूंजाइश नही है ,खैर जो यात्रा करने मे 3-4 घंटे लगने थे (16 कि. मी.) उसे 9 घंटे से ज्यादा लगे क्योंकि लोग हमसे लगातार संवाद कर रहे थे और हम उनके सवाल नजरअंदाज नही कर सकते थे , लोग बदलाव के लिये तैयार दिखे और उनपा के प्रति उनकी आतुरता इस बात का संकेत था कि पार्टी को लोग हाथों हाथ लेंगे ,कई लोगों ने पार्टी की सदस्यता की इच्छा भी जताई तो हमने उनको संपर्क नंबर दिये और उनको पोलिसी से अवगत कराया । आगे आम सौड़ में हमें तीन बालिकायें मिली जो 10 वीं कक्षा की छात्रा थी उनसे बात कर हमें बड़ी हैरत हुई , पता लगा सड़क से 400- 500 मीटर ऊपर उनका स्कूल है जो सड़क से साफ दिख रहा था और स्कूल जाने का रास्ता दुर्गम साथ ही बड़ी बड़ी झाड़ियों के बीच जंगली जानवरों का डर साथ ही असामाजिक तत्वो के द्वारा उनके साथ कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है और राज्य सरकार बेटी बचाओ बेटी का नारा बोलकर भ्रष्टाचार की गोद में आंखे बंकर चैन की नींद सो रखी है ,हमारे महासचिव डाः मुकेश पंत जी ने इस बात का संज्ञान लेकर इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान का संकल्प लिया । दोस्तों
इस सोलह कि. मी. की यात्रा में सरकार जनविरोधी ,देवभूमि विरोधी अमानवीय चेहरा सामने आया। खैर आज रात्रि विश्राम के
बाद कल सुबह दुगड्डा से गुमखाल तक की पदयात्रा होगी ।