उत्तराखंड कैबिनेट मंत्री विनय कुमार रोहिल्ला ने तीन दिवसीय ड्राइंग, मैडिटेशन और संगीत महोत्सव का किया उद्घाटन

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देहरादून,-    तीन दिवसीय ड्राइंग, मैडिटेशन और संगीत समारोह “रा मा दा सा” साल वुड्स रिज़ॉर्ट देहरादून में शुरू हुआ। जेआईटीऍम प्राइवेट लिमिटेड स्किल्स प्राइवेट लिमिटेड ने पुरे देश भर से 20 से अधिक कलाकारों को प्रकृति के बीच लाइव कला प्रदशन के लिए आमंत्रित किया। इस शिविर का विषय “जर्नी ऑफ़ एनलाइटमेंट” है जिसका उद्देश्य पिछले वर्ष की कोविड महामारी के के कारण प्रभावित हुए लोगो को  प्रकृति और आध्यात्मिकता के साथ जोड़ कर जीवन को नए सकारात्मक रूप से जोड़ने की एक पहल है।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि  विनय रोहिल्ला, उपाध्यक्ष, राज्य योजना आयोग, उत्तराखंड सरकार ने साल वुड्स रिज़ॉर्ट में उद्घाटन समारोह में दीप प्रज्ज्वलित किया। श्री योगेश कुमार, निदेशक जेआईटीऍमए स्किल प्राइवेट लिमिटेड और निदेशक साल वुड्स रिसॉर्ट्स, देहरादून,  श्री हेमंत साहू, निदेशक मार्केटिंग, साल वुड्स रिज़ॉर्ट और पारुल मित्तल, ग्लांस आर्ट के संस्थापक ने कार्यक्रम स्थल पर मुख्य अतिथि का स्वागत किया ।
तीन दिवसीय कला शिविर का आयोजन जेआईटीएम   प्राइवेट लिमिटेड द्वारा और इसे क्यूरेट ग्लांस आर्ट द्वारा किया जा रहा है। पहले दिन शिविर का उद्घाटन समारोह और कलाकारों का परिचय हुआ। दूसरे दिन शिविर में विभिन्न कलाकारों द्वारा ध्यान सत्र और लाइव पोर्ट्रेट प्रदर्शन ड्राइंग और पेंटिंग का प्रदर्शन हुआ । कल तीसरे और अंतिम दिन प्रत्येक कलाकार को प्रमाण पत्र और सम्मान राशि के साथ इस कला शिविर का समापन किया जाएगा। महा शिवरात्रि के अवसर पर लाइव बैंड साधो के द्वारा भजन और मंत्रों को गाया गया। शिविर में गलजवाड़ी गांव, देहरादून के आसपास के ग्रामीणों ने भी हिस्सा लिया।
श्री योगेश कुमार, निदेशक जेआईटीऍम  स्किल्स प्राइवेट लिमिटेड और निदेशक साल वुड्स रिसॉर्ट्स, देहरादून ने कहा, “साल वुड्स रिसॉर्ट्स न केवल व्यावसायिक स्थान है, बल्कि यह कला, संस्कृति, ध्यान और युवाओं के कौशल को संवारने के लिए सामाजिक जिम्मेदारी भी निभा रहा है। यह ऐसा स्थान है जहाँ हम स्वास्थ्य सुख पर काम कर रहे हैं और हमने देश भर के कलाकारों को यहां आमंत्रित किया है। यहां शिविर में वे ड्राइंग और पेंटिंग के द्वारा आध्यात्मिकता से जुड़ सकते हैं।  जैसे की हम सब जानते हैं कि कोविड में क्वारंटाइन की वजह से लोग घर के अन्दर डिप्रेशन, डर और पीड़ा के साथ थे, हम अब उन्हें उनकी चिंताओं और भय से बाहर आने के लिए एक मंच  प्रदान कर रहे हैं। तीन दिवसीय कला, ध्यान और संगीत समारोह का आयोजन करके यहां लोग खुशी महसूस कर रहे हैं। यह सैल वुड्स रिज़ॉर्ट को एक हैप्पीनेस सेण्टर के रूप में बनाने की दिशा में पहली पहल है जो प्रकृति के करीब है। हम इस रिसॉर्ट को नई दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर की तरह बनाएंगे; जहां सभी कला, संस्कृति, संगीत और आध्यात्मिक कार्यक्रम अक्सर आयोजित किए जाएंगे। हम आइडिया जनरेशन के लिए रिटायर्ड और सरकारी अधिकारियों और उद्यमियों को आमंत्रित करेंगे, और लोगों के विकास के लिए नए विचारों के लिए सेमिनार, कार्यशाला आयोजित करेंगे। हम युवा पीढ़ी पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जिन्हें यहां नौकरी के विभिन्न अवसरों के लिए अपने आवश्यक कौशल को विकसित करने के लिए ट्रेनिंग दी  जाएगी। साल वुड्स रिज़ॉर्ट देहरादून में एक डेस्टिनेशन वेडिंग सेण्टर होगा जहां कोई भी आसानी से शादी का आयोजन कर सकेगा। हमने यहां पहले से ही सभी बुनियादी ढांचे की सुविधा विकसित कर ली है।”
श्री हेमंत साहू निदेशक मार्केटिंग, साल वुड्स रिज़ॉर्ट ने कहा, “साल वुड्स रिज़ॉर्ट एक ऐसा स्थान है जहाँ कोई भी इसके परिसर में प्रवेश करते ही अपने आपको प्रकृति के करीब महसूस करता है जो उसे आध्यात्मिकता से जोड़ता है। तीन दिवसीय कला, ध्यान और संगीत शिविर में बच्चों और उनके माता-पिता को, गलजवाड़ी गाँव, देहरादून से महाशिवरत्रि उत्सव मनाने के लिए आमंत्रित किया गया, जहाँ उन्होंने शिव स्लोका का जाप किया और चित्रकारों, कलाकारों और गायकों के साथ मुलाकात की। उन्होंने इस शिविर में आयोजित विभिन्न बच्चों की प्रतियोगिता में भी भाग लिया जहां विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए गए। गलजवाड़ी के बच्चे और ग्रामीण शिविर में शामिल होकर खुश थे और आने वाले कार्यक्रमों में भी शामिल होने के लिए तैयार हैं। “
“रा मा दा सा” एक कला शिविर है, यहां 20 से अधिक कलाकार भारत के विभिन्न राज्यों से पहाड़ों की सुंदरता को निखारने के लिए प्रकृति के बीच पेन्टिंग करने साल वुड्स रिज़ॉर्ट, देहरादून में आए हैं। बीते साल महामारी ने सभी के लिए नुकसान और कठिनाई पैदा की और कलाकारों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा। श्री योगेश कुमार, जो कला और कलाकार का सम्मान करते हैं, कला के बारे में अच्छे विचार रखते हैं और कलाकारों को सहायता देने और उनकी मदद करने के लिए इस कार्यक्रम को आयोजित किया और आयोजन स्थल पर कलाकारों को पूरी सुविधाएं और आतिथ्य प्रदान किया। यह स्थान शुद्ध और प्राकृतिक वातावरण का शानदार अनुभव प्रदान करता है। एक आगंतुक के रूप में मैं इस रिसॉर्ट में  शांत महसूस कर रही हूं और एक क्यूरेटर के रूप में मैं इस अच्छी पहल का एक हिस्सा होने पर गर्व महसूस कर रही हूं। ” पारुल मित्तल, ग्लेन आर्ट के संस्थापक ने बताया।
यह कला शिविर ‘रा मा दा सा’ एक सार्वजनीन उपचार मंत्र  ” रा मा दा सा से सो हंग ” से प्रेरित है। यह ध्यान मंत्र मन, शरीर और आत्मा को शांत करके कलाकारों की रचनात्मक प्रक्रिया को ठीक करता है। सभी प्रतिष्ठित कलाकार दलीप चंदोलिया, चंदर शेखर, आर.के.पटनायक, बिश्वरंजन भूनिया, हरपाल सिंह चौहान, रामोनकर, लक्ष्मण कुमार, विपुल मित्तल, महेन्देरा राय, पंकज भारती, कौकब अहमद, प्रणिता, दिल्ली से यहां प्रकृति और आध्यात्मिकता के संबंध को कला के माध्यम से प्रदर्शित करने आए हैं।
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