बात राष्ट्रहित की हो तो एक ही धर्म, वह है राष्ट्रधर्म: योगी

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कहा कि व्यक्तिगत जीवन में हर एक व्यक्ति की उपासना विधि अलग-अलग हो सकती है लेकिन जब बात राष्ट्रहित की हो, तो सभी एक ही धर्म होना चाहिए, वह है राष्ट्रधर्म। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां अपने सरकारी आवास 5,कालिदास मार्ग पर ध्वजारोहण करने के बाद कहा ” भारत को महाशक्ति के रूप में स्थापित करने के लिए आवश्यक है कि सभी नागरिक अपने-अपने दायित्वों का पालन ईमानदारी से करें। व्यक्तिगत जीवन में हमारी उपासना विधि अलग-अलग हो सकती है लेकिन जब बात राष्ट्रहित की हो, तो हमारा एक ही धर्म होना चाहिए, वह है राष्ट्रधर्म। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार करने के लिए प्रत्येक नागरिक को एकजुट होना चाहिए।” 

 

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