Dehradun – सख्त भू कानून 10 दिसंबर यात्रा पहाड़ से पहाड़
1000 km
उत्तराखंड भू कानून यात्रा जो कि 10 नवम्बर को होनी थी उसमे थोड़ी फेरबदल कर दी गयी है फेरबदल इसलिए कि सरकार भारी दवाब में है और 2 दिन का शीतकालीन सत्र गैरसैंण में करने जा रही है , हमे आशा है कि सत्र में भू कानून के लिए निर्णय लिए जाएंगे , और सरकार की भू कानून समिति ने भी अभी तक कोई रिपोर्ट जारी नही की है उसके बावजूद भी विधानसभा सत्र रखा जा रहा है हम सरकार के इस कदम का सम्मान करते हुए अपनी इस भू कानून की यात्रा को सत्र समाप्त होने तक स्थगित करते हैं तथा भू कानून पर सरकार द्वारा अगर कोई निर्णय इस सत्र में नही लिया जाता आ तो हमें आंदोलन को आगे जारी रखते हुए यात्रा के लिए प्रतिबद्ध होना पड़ेगा, सत्र शुरू होने पर भू कानून के समर्थक गैरसैंण में मौजूद रहेंगे तथा सरकार पर नजर रखी जायेगी ,अगर भू कानून सत्र में पारित होता है तो देखा जाएगा कि उसमे मूल निवास 1950 शामिल किया गया है या नही अन्यथा आंदोलन फिर से गति पकड़ेगा और यात्रा की तैयारियां की जाएंगी , यात्रा मुख्यमंत्री आवास से शुरू और 13 जिलों से होते हुए वापस मुख्यमंत्री आवास देहरादून में समाप्त की जाएगी, इस मुहिम में समस्त उत्तराखंड सहयोग कर रहा है , अगर सरकार समय रहते कोई उचित निर्णय नही लेती है तो उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा , चुनाव हो या ना हो आंदोलन हो कर रहेगा ।
प्रभातकुमार भू कानून अन्दोलन कारी एवं प्रवीण काशी गैरसैण अन्दोलनकारी ने प्रेस वार्ता की साथ मे पूजा चमोली जी, वासुदेव , अरविंद हटवाल प्रखरसमाज सेवी,आशिष नोटियाल ,