नई दिल्ली – मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से भेंट कर राज्य में हवाई कनेक्टीवीटी के संबंध मे विस्तार से चर्चा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिथौरागढ़ में फिक्स विंग कनेक्टीवीटी की आवश्यकता है। वर्तमान में तीन हवाई रूट पिथौरागढ़-पंतनगर, पिथौरागढ़-हिंडन और पिथौरागढ़-देहरादून के लिये एयरलाइन के चयन की प्रक्रिया रीजनल कनेक्टीवीटी स्कीम के तहत गतिमान है। मुख्यमंत्री श्री धामी के अनुरोध पर केंद्रीय मंत्री ने अपने मंत्रालय के अधिकारियों को निर्देश दिये कि 30 सितम्बर, 2022 तक इस सम्बन्ध में एयरलाईन्स को नागरिक उड्डयन मंत्रालय के स्तर से कार्यादेश जारी कर दिया जाये ताकि पिथौरागढ़ की कनेक्टिविटी स्थापित हेतु अग्रेतर कार्यवाही हो सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रस्ताव दिया गया है कि नैनी सैनी एयरपोर्ट के सामरिक महत्व को देखते हुए इसे 2 बी से 3 सी में अपग्रेड करने और स्वतंत्र प्रबंधन के लिए इसे एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया को हैंडओवर कर दिया जाए। इस विषय पर निर्णय हुआ कि एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया और उत्तराखण्ड सरकार अविलम्ब एम.ओ.यू की सेवा शर्ते तैयार करेंगी ताकि इस सम्बन्ध में शीघ्र निर्णय हो सके।
मुख्यमंत्री द्वारा पवन हंस को रीजनल कनेक्टीवीटी स्कीम के तहत पिथौरागढ़ के लिए हेली सेवा के सुचारू रूप से संचालन और अल्मोडा को हेली सेवा से जोङने के लिए निर्देशित करने का अनुरोध किया गया। इस पर केन्द्रीय मंत्री ने मंत्रालय के अधिकारियों को निर्देश दिये कि 26 अगस्त, 2022 से प्रत्येक दिन पवन हंस की हवाई सेवा उपलब्ध करने के सम्बन्ध में नागरिक उड्डयन मंत्रालय स्तर से नियमित सेवा के सम्बन्ध में कार्यवाही की जाये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुमाऊँ की एयर कनेक्टीवीटी को बेहतर बनाने के लिए पंततनगर में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री ने पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रस्तावित नये अलाइनमेंट का ओएलएस सर्वे करने का अनुरोध किया। इस सम्बन्ध में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 30 नवम्बर, 2022 तक परियोजना से सम्बन्धित ओएलएस सर्वे के निर्देश नागरिक उड्डयन मंत्रालय को दिये है, इसके साथ ही गौचर एवं चिन्यालीसौड दो छोटे एयरपोर्टो की डीपीआर तैयार करने के निर्देश भी केन्द्रीय मंत्री ने अधिकारियों को दिये। मुख्यमंत्री ने देहरादून के साथ-साथ पन्तनगर एयरपोर्ट को भी अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का एयरपोर्ट बनाये जाने की अपेक्षा केन्द्रीय मंत्री से की।
इस अवसर पर चेयरमैन एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इण्डिया श्री संजीव कुमार, अपर सचिव नागरिक उड्डयन, भारत सरकार सुश्री उषा पाडी, सचिव मुख्यमंत्री श्री शैलेश बगोली, सचिव नागरिक उड्डयन श्री दिलीप जावलकर, आदि उपस्थित थे।