Dehradun – माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड के निर्देशो के क्रम में प्रदेश के निवासियों को साइबर अपराधियों द्वारा जनता से ठगी करने वालो पर सख्ती कार्यवाही कर पुलिस महानिदेशक द्वारा राज्य के इनामी अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ को प्रभावी कार्यवाही हेतु दिशा निर्देश दिये गये है।*
वर्तमान में साइबर अपराधी आम जनता की गाढ़ी कमाई हड़पने हेतु अपराध के नये-नये तरीके अपनाकर धोखाधड़ी कर रहे है। इसी परिपेक्ष्य में ठगों द्वारा विभिन्न आँनलाईन ट्रेडिग कम्पनियों की फर्जी साइट तैयार कर आम जनता से ई-मेल व दूरभाष के माध्यम से सम्पर्क कर आँनलाईन ट्रेडिग में धनराशि लगाने व दुगना लाभ कमाने का लालच देकर करोडों रुपये की धोखाधडी की जा रही है ।
इसी क्रम में एक प्रकरण साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को प्राप्त हुआ था जिसमें रायपुर जनपद देहरादून निवासी महिला के साथ इसी प्रकार की घटना घटित हुयी थी जिसमें शिकायतकर्ता को अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन के माध्यम से सम्पर्क कर स्वंय को बीमा पाँलिसी एजेन्ट बताते हुये उनके भाई की बीमा पाँलिसी की प्रीमियम जमा न होने के कारण पालिसी समाप्त होने की बात कहते हुये प्रीमियम जमा करने व उक्त पाँलिसी की धनराशि को शेयर मार्केट में लगाने की बात कहते हुये वर्ष 2014 से वर्ष 2021 तक शिकायतकर्ता के साथ बीमा पाँलिसी के नवीनीकरण व शेयर मार्केट में लगाकर लाभ कमाने का लालच देकर करीब *6800000/-( अडसठ लाख रुपये)* रुपये की धनराशि धोखाधडी से विभिन्न बैक खातो में प्राप्त करने सम्बन्धी शिकायत के आधार पर साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून पर मु0अ0सं0 25/21 धारा 420, 120बी भादवि व 66(डी) आईटी एक्ट का अभियोग पंजीकृत किया गया तथा विवेचना साइबर थाने के निरीक्षक श्री विकास भारद्वाज के सुपूर्द कर विवेचक के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया, जिनके द्वारा अभियोग में दिनाँक 14.08.2021 को अभियुक्त देवेश नन्दी पुत्र अनूप नन्दी निवासी म0नं0 225 मन्डोली थाना शाहदरा नई दिल्ली व दिनाँक 30.12.2021 को अभियुक्त आदित्य त्यागी पुत्र विनोद कुमार निवासी ग्राम मन्डोला जनपद गाजियाबाद को गिरफ्तार किया गया था।
मुकदमें में अन्य अभियुक्त *शिवम त्यागी पुत्र निरंकार त्यागी निवासी ग्राम व पोस्ट नावला थाना मन्सूरपुर जनपद मुजफ्फरनगर उत्तरप्रदेश* लगातार फरार चल रहा था। जिस पर विवेचक द्वारा माननीय न्यायालय से गिरफ्तारी वारण्ट लिया गया व लगातार दबिश दी गयी किन्तु अभियुक्त लगातार फरार चलता रहा। शिवम त्यागी एक शातिर किस्म का अपराधी होने के कारण इसका गिरफ्तार होना आवश्यक था जिस पर अभियुक्त के विरुद्ध माननीय न्यायालय से कुर्की की प्रक्रिया की जा रही थी। अभियुक्त शिवम त्यागी की गिरफ्तारी हेतु एसटीएफ व साईबर पुलिस लगातार प्रयासरत थे। अभियुक्त शिवम त्यागी की गिरफ्तारी पर *वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्पेशल टॉस्क फोर्स उत्तराखण्ड श्री आयुष अग्रवाल महोदय द्वारा 5000/- रुपये की ईनाम की घोषणा की गयी थी।* अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु दिल्ली,एनसीआर, उत्तरप्रदेश सहित कई सम्भावित स्थानों पर दबिश दी गयी।
इसी क्रम में पुलिस टीम को सूचना प्राप्त हुई कि *शिवम त्यागी वर्तमान में अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिये अपनी रिश्तेदारी में अलग-अलग स्थानों पर अपना नाम बदल-बदल कर रह रहा है। जो कि हताश होकर आज अपने घर अपने परिवार से मिलने आने वाला है, जिस पर पुलिस टीम द्वारा अभियुक्त शिवम त्यागी की गिरफ्तारी हेतु मन्सूरपुर ग्राम नावला में पैनी नजर रखते हुए मेन बाजार से गिरफ्तार किया गया।* अभियुक्त शिवम त्यागी एक शातिर किस्म का अपराधी है जिसके विरुद्ध जनपद गाजियाबाद उत्तरप्रदेश में भी आपराधिक इतिहास है।
*आपराधिक इतिहासः-*
1. *मु0अ0सं0 393/20 धारा 406,420,467,468,471,120बी भादवि चालानी थाना लिंक रोड जनपद गाजियाबाद उत्तरप्रदेश।*
2. *मु0अ0सं0 819/20 धारा 406,420,467,468,471,120बी भादवि चालानी थाना कोतवाली गाजियाबाद जनपद गाजियाबाद उत्तरप्रदेश।*
गिरफ्तार अभियुक्त-
शिवम त्यागी पुत्र निरंकार त्यागी निवासी ग्राम व पोस्ट नावला थाना मन्सूरपुर जनपद मुजफ्फरनगर उत्तरप्रदेश।
बरामदगी-
1- एटीएम/डेबिट कार्ड – 03
2- आधार कार्ड- (अभियुक्त का)
3- पेन कार्ड- 01 (अभियुक्त का)
4- ब्लैंक चैक – ( 04 अलग-अलग बैंको के)
*पुलिस टीम*-
1- उ0नि0 राजीव सेमवाल
2- अ0उ0नि0 सुरेश कुमार
3- का0 नितिन रमोला
4- का0 शादाब अली
*वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्पेशल टॉस्क फोर्स उत्तराखण्ड श्री आयुष अग्रवाल महोदय द्वारा जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के लोक लुभावने अवसरो/फर्जी साइट/धनराशि दोगुना करने वाले अंनजान अवसरो के प्रलोभन में न आयें । किसी भी आँनलाईन ट्रेडिग साइट व लॉटरी एवं ईनाम जीतने के लालच में आकर धनराशि देने तथा अपनी व्यक्तिगत जानकारी व महत्वपूर्ण डाटा शेयर करने से बचना चाहिये।किसी भी प्रकार का ऑनलाईन ट्रेडिग लेने से पूर्व उक्त साइट की पूर्ण जानकारी व स्थानीय बैंक, सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलींभांतिइसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें ।कोई भी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें । कोई भी वित्तीय साइबर धोखाधड़ी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर हेल्पलाईन 1930 या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें ।*