विशाल भण्डारे के साथ आर्य समाज मंदिर नत्थनपुर के 41वें वार्षिकोत्सव का समापन

371

देहरादून। तीन दिवसीय आर्य समाज मंदिर नत्थनपुर के 41वें वाषिर्कोत्सव का विशाल भण्डारे के साथ रविवार को समापन हुआ। युग प्रर्वतक दयानन्द सरस्वती जी के 200वें वर्षों की जयन्ती पर विशेष जन जागरण अध्यात्म तीन दिवसीय कार्यक्रम में प्रातः काल में वेदाचार्यों द्वारा यज्ञ का आयोजन किया गया। जिसके पश्चात् भजन उपदेश व बाल प्रतियोगिताऐं आयोजित किए गये।

समापन के मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में स्थानीय विधायक बृज भूषण गैरोला, नत्थनपुर पार्षद जगदीश प्रसाद सेमवाल, अलग-अलग क्षेत्रों से आये आर्य समाज कि प्रतिनिधियों ने शिरकत की।

तीन दिवसीय वार्षिकोत्सव में संपूर्ण ग्रामवासियों को पं वेदवशु शास्त्री द्वारा यज्ञ कराया गया। उपदेश आचार्य धनन्जय, गुरूकुल पौंधा देहरादून, पियूष शास्त्री, राजाराम शास्त्री, अन्नापूर्णा देहरादून द्वारा दिये गये। वार्षिकोत्सव के दौरान कई भजन गीतों की प्रस्तुति दी गयी। देवकी द्वारा सुन्दर भजन लोग समंदर में रहकर भी प्यासे रहते हैं…भजन गाया गया। इसके अलावा कई विद्वानों ने उपदेश दिये और भजन गाये। इस दौरान आर्य समाज की सेवा करने वाले व सक्रिय लोगों को सम्मानित भी किया गया।

Also Read....  सरकारी भूमि में अतिक्रमण न हो इसके लिए मजबूत मैकेनिज्म बनाया जाय: मुख्यमंत्री

वेदाचार्यो द्वारा बताया गया कि स्वामी दयानन्द सरस्वती जी के मार्ग पथ पर चलना चाहिए। पशु वध नहीं करना चाहिए, हिंसा से दूर रहना चाहिए, अपने बच्चों को नित प्रातः उठकर यज्ञ करना व वेदों का ज्ञान करवाना चाहिए।

आर्य समाज मंदिर नत्थनपुर के संरक्षक पं0 उमेद विशारद ने कहा कि आर्य समाज मंदिर अपर नत्थनपुर, देहरादून द्वारा प्रस्तुत संसार का उपकार करना इस समाज का मुख्य उददेश्य है, अर्थात् शारीरिक, आर्थिक और समाजिक उन्नति करना। उन्होंने आये हुए समस्त अतिथियों, पदाधिकारियों व ग्रामवासियों तीन दिवसीय वार्षिकोत्सव को सफल बनाने के लिए धनन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि वार्षिकोत्सव में यज्ञ, भजन उपदेश, अतिथियों का सम्मान समारोह के पश्चात् ऋषिलंगर भण्डारा का आयोजन किया गया।

Also Read....  राजजात मानचित्र पर कुरुड़ व देवराला को अंकित करने को लेकर महाराज से मिला प्रतिनिधिमंडल

प्रधान रमेश चन्द्र भारती ने प्रांगण में मौजूद सभी अतिथियों को आर्य समाज नत्थनपुर की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रत्येक रविवार व त्यौहार पर्वों पर मंदिर में यज्ञ, भजन उपदेश होते हैं। मंदिर में जन्म से लेकर मृत्यु तक सोलह संस्कारों को करया जाता है। विवाह संस्कार व अन्य पारिवारिक कार्य सम्पन्न हेतु आर्य समाज भवन न्यूनतम शुल्क पर उपलब्ध कराया जाता है। समय-समय पर योग शिविर, निशुल्क स्वास्थ्य शिविर, महिला सम्मेलन, युवा सम्मेलन कराये जाते हैं।

Also Read....  इस समय की सबसे बड़ी खबर उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव पर लगी रोक हटी

समापन पर पं0 उम्मेद सिंह विशारद वैदिक प्रचारक, प्रधान रमेश चन्द्र भारती, उपप्रधान धनीराम चौथानी, एडवोकेट एस एस राणा, मदन राम आर्य, मंत्री संदीप आर्य, उपमंत्री दिनेश पुरी, कोषाध्यक्ष पदीराम आर्य, रणजीत राय कपूर, किशन सिंह, देवेन्द्र सिंह परमार, जितेन्द्र सिंह आर्य, प्रेमवती आर्य महिला प्रधान, रूकमणी देवी, जमुना देवी, महेश्वरी ध्यानी, निकिता पुरी, आर्य कुुमार सभा से दिलबर सिंह चौथानी, हेम प्रकाश, जस्सू दादा, प्रमोद नौटियाल, प्रवेश गुसांई, आशीष भारती सहित नत्थनपुर के समस्त ग्रामवासी उपस्थित रहे।

LEAVE A REPLY