ऋषिकेश – टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड, विद्युत क्षेत्र के एक अग्रणी पीएसयू, ने 75वें गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर “नेशनल ग्रीन हाइड्रोजन मिशन” के साथ संरेखित भारत के पहले पायलट प्रोजेक्ट में से एक को सफलतापूर्वक कार्यान्वित करके ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन में एक बेंचमार्क स्थापित किया है। ऋषिकेश कार्यालय परिसर में विकसित परियोजना का उद्घाटन आर.के.विश्नोई, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, टीएचडीसीआईएल द्वारा शैलेन्द्र सिंह, निदेशक (कार्मिक) एवं भूपेन्द्र गुप्ता, निदेशक (तकनीकी), एवं टीएचडीसीआईएल के अन्य सभी वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में किया गया ।
केंद्रीय मंत्री (विद्युत, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा), आर. के. सिंह जी ने हाल ही में ऊर्जा परिवर्तन के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता और उत्सर्जन तीव्रता को कम करने के लिए भारत की राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (एनडीसी) प्रतिबद्धता पर भी जोर दिया। माननीय मंत्री जी ने राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन के दायरे के तहत विभिन्न पहलों के महत्व पर भी प्रकाश डाला, जो स्वच्छ ऊर्जा के माध्यम से भारत के आत्मनिर्भर बनने के लक्ष्य में योगदान देगा और वैश्विक स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन के लिए प्रेरणा के रूप में कार्य करेगा।
विश्नोई ने अवगत कराया कि पायलट प्रोजेक्ट 1 मेगावाट रूफटॉप सोलर प्लांट से इनपुट ऊर्जा प्राप्त करके दैनिक आधार पर 50 किलोग्राम ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन करेगा, उत्पादित ग्रीन हाइड्रोजन को 2 भंडारण टैंकों में संग्रहित किया जाएगा और 70 किलोवाट पीईएम ईंधन सेल के माध्यम से टीएचडीसीआईएल कार्यालय परिसर को रोशन करने के लिए रात के समय में उपयोग किया जाएगा।
यह परियोजना भारत का सबसे बड़ा इलेक्ट्रोलाइज़र एंड फ्यूल सेल आधारित पायलट प्रोजेक्ट होगा। टीएचडीसीआईएल की यह उल्लेखनीय उपलब्धि ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन, एच 2 स्टोरेज में शामिल प्रमुख प्रौद्योगिकियों के प्रदर्शन के लिए आदर्श के रूप में कार्य करेगी तथा इसमें पीईएम (प्रोटॉन एक्सचेंज मेम्ब्रेन) हाइड्रोजन ईंधन सेल-आधारित माइक्रोग्रिड प्रणाली की सुविधा है। यह पहल हरित ऊर्जा के क्षेत्र में सतत प्रथाओं को आगे बढ़ाने और नवीन समाधानों को अपनाने के लिए टीएचडीसीआईएल के समर्पण को रेखांकित करती है।