ब्रेकिंग उत्तराखंड विधान सभा के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़

155

देहरादून – पंचम विधानसभा के बजट सत्र के दौरान, विधानसभा अध्यक्ष  ऋतु खण्डूडी भूषण ने 21 फरवरी, 2025 को एक दिन में सबसे लंबा 11 घंटे 51 मिनट तक सदन की कार्यवाही का संचालन कर अपना ही पूर्व का रिकॉर्ड तोड़कर नया रिकॉर्ड बनाया। यह उत्तराखंड विधान सभा के इतिहास में बिना एक सेकंड का ब्रेक लिए बिना अब तक की सबसे लंबी सत्र संचालन की अवधि है।

इससे पहले भी उत्तराखंड विधान सभा में लंबे सत्र चलने के कई उदाहरण मिलते हैं, जिनमें प्रमुख रूप से:

Also Read....  राजमार्गों पर सार्वजनिक स्थानों पर फैले कूड़े-कचरे पर जिलाधिकारी की सख्तीः सम्बन्धित अधिकारियों को बीएनएसएस धारा 152 (पूर्व धारा सीआरपीसी 133) के तहत आपराधिक नोटिस जारी

28 फरवरी, 2024 (पंचम विधानसभा) – 11 घंटे 20 मिनट (अध्यक्ष:  ऋतु खण्डूडी भूषण)

15 जून, 2017 (चतुर्थ विधानसभा) – 04 घंटे 40 मिनट – अध्यक्ष: श्री प्रेमचंद अग्रवाल
06 घंटे 45 मिनिट- उपाध्यक्ष :  रघुनाथ सिंह चौहान

11 जून, 2002 (प्रथम विधानसभा) – 11 घंटे 11 मिनट (अध्यक्ष:  यशपाल आर्य) शामिल हैं।

लेकिन 21 फरवरी, 2025 को हुए इस ऐतिहासिक सत्र ने अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए।

माननीय विधानसभा अध्यक्ष  ऋतु खण्डूडी भूषण के इस अद्वितीय नेतृत्व ने सदन में नई ऊर्जा का संचार किया। आमतौर पर, विधान सभा सत्र के दौरान माननीय सदस्य विभिन्न कारणों से सदन में आते-जाते रहते हैं, जिससे उन्हें कार्यवाही के दौरान कुछ विश्राम मिल जाता है। लेकिन इसके विपरीत, माननीय अध्यक्ष ने बिना किसी विश्राम के, एक दिन के दूसरे सत्र में निरंतर 08 घंटे 47 मिनट तक कार्यवाही का संचालन किया, जो अपने आप में एक मिसाल है।

Also Read....  मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड महक क्रांति नीति-2026-36 का किया शुभारम्भ

यह भी उल्लेखनीय है कि 2022 में पदभार ग्रहण करने के बाद से अब तक किसी भी सत्र की कार्यवाही के दौरान उन्होंने ब्रेक नहीं लिया है, जो उनकी कर्तव्यनिष्ठा और दृढ़ संकल्प को दर्शाता है।

Also Read....  सुशासन में उत्कृष्टता के लिए बंशीधर तिवारी को राष्ट्रीय सम्मान, मुख्यमंत्री धामी ने किया सम्मानित

यह उपलब्धि न केवल उत्तराखंड की विधायी प्रणाली में एक नया मानक स्थापित करती है, बल्कि अन्य विधानसभाओं के लिए भी एक प्रेरणा का कार्य करती है। विधानसभा अध्यक्ष की इस कार्यशैली ने संसदीय प्रणाली को अधिक प्रभावी और अनुशासित बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

इस ऐतिहासिक क्षण के लिए उत्तराखंड विधान सभा की समस्त कार्यपालिका और  सदस्यगणों ने उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएँ प्रेषित की।

LEAVE A REPLY