हरिद्वार पुलिस और बजाज फाइनेंस ने हरिद्वार में डिजिटल धोखाधड़ी के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया।

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–  हर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और बैंकिंग का अलग-अलग और मजबूत पासवर्ड रखना चाहिए-सब इंस्पेक्टर, प्रकाश चन्द, साइबर सेल,उत्तराखंड पुलिस।
हरिद्वार में चलाया गया यह जागरूकता अभियान बजाज फाइनेंस के 100-शहरी साइबर सुरक्षा कार्यक्रम का हिस्सा है ।

हरिद्वार : बजाज फाइनेंस लिमिटेड (BFL), जो बजाज फिनसर्व का हिस्सा है और भारत की निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी नॉन-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) है, ने हरिद्वार साइबर, पुलिस के साथ मिलकर आज हरिद्वार के आकाश इंस्टिट्यूट परिसर में ‘नॉकआउट डिजिटल फ्रॉड’ साइबर धोखाधड़ी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें डिजिटल उपयोगकर्ताओं को विभिन्न प्रकार के खतरों और वित्त को सुरक्षित रखने के सर्वोत्तम तरीकों के बारे में जानकारी दी गई।

साइबर सुरक्षा पर अपनी बात रखते हुए सब इंस्पेक्टर, प्रकाश चन्द, साइबर सेल,उत्तराखंड पुलिस ने कहा कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल वर्तमान में बड़ी चुनौती बनती जा रही है । सुरक्षित रहने के लिए मजबूत पासवर्ड बनाया जाना चाहिए। समय समय पर फोन या सिस्टम को अपडेट करते रहना चाहिए। आज कल डिजिटल अरेस्ट का डर दिखा कर साइबर अपराधी लोगो से बड़ी मात्रा में पैसे ऐंठ रहे है। पुलिस या किसी और के द्वारा कोई किसी को डिजिटल अरेस्ट नहीं कर सकता। इसीलिए साइबर फ्रॉड होने के स्थिति में तुरंत भारत सरकार के साइबर फ्रॉड हेल्प लाइन नम्बर 1930 पर अपनी शिकायत दर्ज करायें। उन्होंने जन-जागरूकता के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “साइबर धोखाधड़ी के बारे में जागरूकता बढ़ाने वाली कोई भी पहल न केवल स्वागत योग्य है, बल्कि नागरिकों की सुरक्षा में मदद करने के लिए जरूरी भी है।

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‘नॉकआउट डिजिटल फ्रॉड’ कार्यक्रम भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की 2024 की NBFCs के लिए धोखाधड़ी जोखिम प्रबंधन दिशानिर्देशों के अनुरूप है, जो डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र को सभी के लिए सुरक्षित बनाने के लिए शीघ्र पहचान, कर्मचारी जवाबदेही और सार्वजनिक भागीदारी पर जोर देता है।

इस कार्यक्रम का उद्देश्य नागरिकों का ध्यान स्कैमर्स द्वारा किए जाने वाले सामान्य वित्तीय धोखाधड़ी की ओर आकर्षित करने पर केंद्रित है, जिसमें नकली सोशल मीडिया अकाउंट्स, व्हाट्सएप ग्रुप्स और वेबसाइट्स शामिल हैं, जो वित्तीय कंपनियों की नकल करते हैं, गलत तरीके से संबद्धता का दावा करते हैं और उनके कर्मचारियों का प्रतिरूपण करते हैं।

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बजाज फाइनेंस के ‘नॉकआउट डिजिटल फ्रॉड’ जागरूकता अभियान के दौरान साइबर सुरक्षा पर लोगों को संबोधित करते हुए साइबर सेल के सब इंस्पेक्टर प्रकाश चंद ने कहा कि साइबर ठगी से बचने के लिए मजबूत और अलग-अलग पासवर्ड का उपयोग करें| टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन चालू करें, एंटीवायरस सॉफ्टवेयर अपडेट रखें| संदिग्ध लिंक्स या फाइलों पर क्लिक न करें, और किसी भी अनजान कॉल या संदेश पर व्यक्तिगत या वित्तीय जानकारी साझा न करें| किसी भी ऑनलाइन ऑफर में लालच में न आएं और अपनी ऑनलाइन गोपनीयता सेटिंग्स को सही करें|
साइबर सेल के योगेश कैनथोला ने फ्रॉड से बचने के तरीके बताते हुए कहा कि यदि आप साइबर ठगी के शिकार होते हैं, तो तुरंत सरकार के राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल  www.cybercrime.gov.in  पर रिपोर्ट करें |

इस अवसर पर बजाज फाइनेंस के प्रवक्ता ने कहा, “हमारे उपभोक्ताओं की वित्तीय सुरक्षा हमारे लिए सर्वोपरि है। हम लगातार ऑनलाइन और ऑफलाइन सलाह जारी कर रहे हैं, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर, साथ ही नागरिकों के साथ जमीनी स्तर पर बातचीत के माध्यम से, सभी को साइबर सुरक्षित रहने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।”

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‘नॉकआउट डिजिटल फ्रॉड’ साइबर समुदाय को व्यक्तिगत और संवेदनशील जानकारी को सुरक्षित रखने के लिए मूल्यवान सुरक्षा युक्तियां प्रदान करता है। इसमें OTP, PIN साझा करने से बचना, संदिग्ध ईमेल्स, SMS, लिंक्स, QR कोड्स पर क्लिक न करना और अज्ञात स्रोतों से एप्लिकेशन डाउनलोड न करना शामिल है। इसमें प्रमुख शहरों और कस्बों में इंटरएक्टिव वर्कशॉप्स, डिजिटल जागरूकता अभियान और सामुदायिक आउटरीच कार्यक्रमों की एक श्रृंखला शामिल है।

इस अवसर पर सब इंस्पेक्टर, प्रकाश चन्द, साइबर सेल,उत्तराखंड पुलिस, पूर्व डीएसपी श्री बृजभूषण जुयाल, उत्तराखंड पुलिस, एरिया मैनेजर, बजाज फाइनेंस, हरिओम शर्मा, जोनल हेड, नार्थ,(आरसीयू ) संजीव कुमार, आकाश इंस्टिट्यूट हरिद्वार के शिक्षक, विद्यार्थियों और शहर के गणमान्य नागरिकों ने सहभागिता की।

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