देहरादून– (VOICE OF UTTARAKHAND) इरकान इंटरनैशनल लिमिटेड (इरकान), एक मिनीरत्न (श्रेणी-1) शेड्यूल-ए, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम और सार्वजनिक क्षेत्र में एक अग्रणी टर्नकी निर्माण कंपनी ने 31 दिसंबर 2022 को समाप्त चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही व 9 महीनों के वित्तीय परिणाम घोषित किए हैं।
दिसंबर 31, 2022 को समाप्त तिमाही के वित्तीय प्रदर्शन के मुख्य बिंदु (समेकित):
• वित्त वर्ष 23 की तीसरी तिमाही में कुल आय 2422 करोड़ रुपये रही जबकि वित्त वर्ष 22 की तीसरी तिमाही में यह 1817 करोड़ रुपये थी।
• इस तिमाही में परिचालन से प्राप्त राजस्व बढ़कर 2347 करोड़ रुपये हो गया जो कि वित्त वर्ष 22 की इसी अवधि में 1762 करोड़ रुपये था।
• कोर ईबीआईटीडीए 158 करोड़ रुपये रहा जो कि वित्त वर्ष 22 की तीसरी तिमाही में 166 करोड़ रुपये था। कंपनी का कोर ईबीआईटीडीए मार्जिन 6.72 फीसदी रहा है।
• वित्त वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही में कर पूर्व लाभ 178 करोड़ रुपये रहा जो कि बीते साल की तीसरी तिमाही में 179 करोड़ रुपये था।
• वित्त वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही में कर उपरांत लाभ/शुद्ध लाभ 190 करोड़ रुपये हैं जो कि वित्त वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही में 136 करोड़ रुपये था।
• ईपीएस प्रति ईक्विटी शेयर 2.02 रुपये पर रहा है जो दो रुपये फेस वैल्यू के प्रति शेयर पर है।
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दिसंबर 31, 2022 को समाप्त 9 महीनों के वित्तीय प्रदर्शन के मुख्य बिंदु (समेकित):
• कुल आय 6796 करोड़ रुपये रही है जबकि वित्त वर्ष 2021-22 के पहले 9 महीनों में यह 4575 करोड़ रुपये थी।
• दिसंबर 31, 2022 को समाप्त 9 महीनों में परिचालन से प्राप्त होने वाला राजस्व बढ़कर 6587 करोड़ रुपये हो गया जो कि बीते साल की इसी अवधि में 4427 करोड़ रुपये था।
• कोर ईबीआईटीडीए वित्त वर्ष 2022-23 के 9 महीनों में 544 करोड़ रुपये रहा जो कि वित्त वर्ष 2021-22 के 9 महीनों में 434 करोड़ रुपये था। कंपनी का कोर ईबीआईटीडीए मार्जिन 8.26 फीसदी रहा है।
• वित्त वर्ष 2022-23 के 9 महीनों में कर पूर्व लाभ 590 करोड़ रुपये रहा जो कि बीते साल की इसी अवधि में 468 करोड़ रुपये था।
• वित्त वर्ष 2022-23 के 9 महीनों में कर उपरांत लाभ/शुद्ध लाभ बढ़कर 509 करोड़ रुपये हो गया। जो कि वित्त वर्ष 2021-22 के 9 महीनों में 350 करोड़ रुपये था।
• ईपीएस प्रति ईक्विटी शेयर 5.41 रुपये पर रहा है जो दो रुपये फेस वैल्यू के प्रति शेयर पर है।
डिविडेंड (लाभांश)
कंपनी के निदेशक मंडल ने दो रुपये फेस वैल्यू के शेयर के लिए 1.80 रुपये प्रति ईक्विटी शेयर के डिविडेंड (लाभांश) को मंजूरी दी है।
आर्डर बुक
तीसरी तिमाही के दौरान इरकान इंटरनैशनल लिमिटेड ने श्री लंका रेलवेज से इंडियन लाइन आफ क्रेडिट के तहत माहो जंक्शन (शामिल) से अनुराधापुरा (शामिल नहीं) तक सिग्नलिंग व टेलीकम्यूनिकेशन सिस्टम के डिजायन, इंस्टालेशन, टेस्टिंग, कमीशनिंग व सर्टिफाइंग का 114.89 मिलियन डालर या 122 करोड़ रुपये का आर्डर हासिल किया।
कंपनी का आर्डर बुक दिसंबर 31, 2022 तक 38023 करोड़ रुपये का है। जिसका अलग-अलग विवरण निम्न है:
• रेलवेज– 28,834 करोड़ रुपयेcrore,
• हाईवेज— 7,220 करोड़ रुपये
• अन्य – 1,969 करोड़ रुपये.
परियोजना कीर्तिमान
इस तिमाही के दौरान इरकान ने एक बड़ा कीर्तिमान हासिल किया जम्मू एवं कश्मीर की टी-49 लाइन में एस्केप टनल की खुदाई का काम पूरा करके। यह भारत में 12.76 किलोमीटर सबसे लंबी रेलवे टनल है जो सुंबर स्टेशन (1418 मीटर एमएसएल) और अरपिंछला स्टेशन (1562 मी. एमएसएल) को जोड़ती है।
उद्योग आउटलुक/आगे का मार्ग:
पीएम गति शक्ति कार्यक्रम और नैशनल लाजिस्टिक पालिसी के पीछे मुख्य शक्तियों में एक रेलवेज है। हाल ही के 2023 के बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने भारतीय रेल के लिए रिकार्ड 2.4 लाख करोड़ रुपये का आवंटन किया है जो सरकार के ब़ड़े पैमाने पर इंफ्रास्ट्रक्चर विस्तार और आने वाले सालों में नौकरी पैदा करने पर फोकस को दर्शाता है। वर्तमान में चल रहे व प्रस्तावित परियोजनाओं की बड़ी संख्या को देखते हुए स्पष्ट है कि इस क्षेत्र में ग्रोथ के लिए खासा स्थान है और यह एक चुनौतीपूर्ण वातावरण देता है जिसमें कंपनी मजबूती से खड़े रहते हुए अपने परिचालन के विस्तार के लिए मौके का लाभ लेगी और स्टेकहोल्डर्स के लिए मूल्य वर्धन का सिलसिला जारी रखेगी।