ऋषिकेश – टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री आर. के. विश्नोई ने अवगत कराया कि संगठन को ‘ग्रेट प्लेस टू वर्क’ के प्रमाणन से सम्मानित किया गया है। यह प्रतिष्ठित प्रमाणन ग्रेट प्लेस टू वर्क, इंडिया द्वारा जारी किया गया है जो सकारात्मक और समावेशी कार्य संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए टीएचडीसीआईएल की प्रतिबद्धता को सुदृढ़ता प्रदान करता है।
मानव संसाधन प्रयासों और समावेशी कार्य संस्कृति की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देते हुए, श्री विश्नोई ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व का क्षण है कि गहन मूल्यांकन मापदंडों पर आधारित इस अंतरराष्ट्रीय प्रमाणन ने टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अनुकरणीय मानव संसाधन प्रयासों और कार्य संस्कृति को मान्यता दी है। उन्होंने कहा कि जल विद्युत के दोहन की प्रक्रिया में आने वाली सभी असाधारण चुनौतियों का समाधान खोजने के साथ ही टीएचडीसी के सभी कर्मचारी सकारात्मक और सहयोगात्मक वातावरण को बढ़ावा देने में निरंतर अटूट समर्पण और अद्वितीय उत्कृष्टता का प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने संगठनात्मक विकास पर प्रभावी मानव संसाधन प्रयासों के गहरे प्रभाव को रेखांकित करते हुए इस बात पर प्रकाश डाला कि विशिष्टतायुक्त मानव संसाधन प्रबंधन के लिए टीएचडीसी की प्रतिबद्धता ‘ग्रेट प्लेस टू वर्क’ के लिए एक प्रेरक शक्ति के रूप में सिद्ध हुई है।
श्री विश्नोई ने कहा कि ‘ग्रेट प्लेस टू वर्क’ के प्रमाणन के साथ, टीएचडीसी न केवल ऊर्जा क्षेत्र में अग्रणी होते हुए अपनी स्थिति को मजबूत करती है, बल्कि अपने मानव संसाधन मानकों को सर्वोपरि करने के इच्छुक अन्य संगठनों के लिए एक बेंचमार्क भी स्थापित करती है, जो अंततः व्यक्तियों के समग्र विकास एवं जन समुदायों की सेवा में योगदान देते हैं। यह प्रमाणपत्र मानव संसाधन प्रबंधन के लिए टीएचडीसी के समग्र दृष्टिकोण के प्रमाण के रूप में कार्य करता है, जो एक ऐसा कार्यस्थल बनाने के लिए कंपनी के समर्पण को दर्शाता है जो कि कर्मचारियों की प्रतिभा को निखारने, विकास के लिए प्रोत्साहित करने एवं समग्र सफलता प्रदान करने में सहायक हो।
श्री विश्नोई ने आगे अवगत कराया कि सतत प्रयासों और कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता कार्य करने की संतुष्टि को बढ़ाती है तथा कर्मचारियों को समाज एवं राष्ट्र के विकास में सार्थक योगदान देने के लिए सशक्त बनाती है। निरंतर विकास पथ पर आगे बढ़ते हुए, टीएचडीसीआईएल सफलता और शांति के बीच एक सामंजस्यपूर्ण संतुलन बनाती है और अपने कर्मचारियों को आगे बढ़ने और समृद्ध होने के लिए एक आदर्श वातावरण प्रदान करती है। यह सुनिश्चित करती है कि उसका कार्यबल आगे बढ़े, उसका भविष्य उज्जवल हो और वह निरंतर उन्नति करे।
श्री शैलेंद्र सिंह, निदेशक (कार्मिक), टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने संपूर्ण टीएचडीसीआईएल कार्यबल को बधाई देते हुए कहा कि यह प्रतिष्ठित सम्मान टीएचडीसीआईएल के कर्मचारियों के लिए सकारात्मक और सहायक कार्यस्थल का वातावरण विकसित करने के लिए समर्पित टीम प्रयासों का ही प्रमाण है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि किसी संगठन की सफलता तीन मूल सिद्धांतों पारदर्शिता, निष्पक्षता और ईमानदारी पर निर्भर करती है । इसमें प्रक्रिया में निरंतर सुधार, कर्मचारियों के लिए आकर्षक पहल, लक्षित शिक्षण और विकास कार्यक्रम, मजबूत करियर और विकास के अवसर प्रदान करना और कर्मचारी कल्याण पर एक दृढ़ फोकस करना शामिल है। श्री सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि टीएचडीसी की ग्रेट प्लेस टू वर्क प्रमाणन की उपलब्धि उत्कृष्टता की संस्कृति और नवीन मानव संसाधन प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए संगठन की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। श्री सिंह ने कहा कि टीएचडीसीआईएल में हमारी प्रतिबद्धता एक समावेशी, सहायक और लिंग भेद की तटस्थता के साथ कार्य संस्कृति बनाना है, विशेष रूप से हमारी महिला समकक्षों के लिए समान अवसर सुनिश्चित करना, कर्मचारी अनुकूल पहल और निरंतर सीखने की प्रवृत्ति को बढ़ावा देना है। साथ मिलकर, हम एक ऐसे कार्यस्थल का निर्माण कर रहे हैं जो विविधता का समर्थन करता है। यह विशेष रूप से सक्षम लोगों को सशक्त बनाता है और प्रत्येक व्यक्ति को महत्व देता है।
श्री सिंह ने कहा कि दूरदराज के और दुर्गम इलाकों और चुनौतीपूर्ण जलवायु परिस्थितियों वाले कठिन हिमालयी भूगर्भ को देखते हुए जल विद्युत का दोहन विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण है। हालाँकि, निरंतर मानव संसाधन प्रयासों के साथ, टीएचडीसीआईएल उत्साह के साथ निरंतर विकास पथ पर अग्रसर है, जो सफलता और शांति के बीच एक आदर्श संतुलन बनाता है और अपने कर्मचारियों की उन्नति, खुशहाली और समृद्धि का एक आदर्श मेल प्रदान करता है। टीएचडीसीआईएल सदैव सभी कर्मचारियों के लिए पसंदीदा नियोक्ता और काम करने के लिए एक बेहतरीन स्थान उपलब्ध कराने का प्रयास करता है।