वोडाफ़ोन आइडिया फाउन्डेशन ने उत्तराखण्ड के यू एस नगर से मानशी कोरंगा को उनकी अकादमिक उत्कृष्टता एवं पाठ्येत्तर उपलब्धियों के लिए किया सम्मानित

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उधम सिंह नगर –   बाल दिवस के मौके पर वोडाफ़ोन आइडिया फाउन्डेशन ने आज एक वर्चुअल ‘वोडाफोन आइडिया चिल्ड्रन्स डे सेलेब्रेशन 2021’ का आयोजन किया, जिसके तहत अकादमिक क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले और पाठ्येत्तर उपलब्धियां हासिल करने वाले छात्रों को सम्मानित किया गया। पद्मश्री प्रोफेसर हरीश चन्द्र वर्मा, भौतिकी विभाग, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी- कानपुर, श्री पी बालाजी, चीफ़ रेग्युलेटरी एण्ड कॉर्पोरेट अफे़यर्स ऑफिसर, वीआईएल एवं डायरेक्टर, वोडाफोन आइडिया फाउन्डेशन; और डॉ निलय रंजन, हैड वोडाफोन आइडिया फाउन्डेशन ने छात्रों को पहचान कर उन्हें सम्मानित किया। सम्मानित किए गए छात्रों में से एक थीं उत्तराखण्ड के उधम सिंह नगर से मानशी कोरंगा। कोरंगा चार बार राष्ट्रीय स्तर पर वॉलीबॉल खिलाड़ी रह चुकी हैं।

सम्मानित किए गए अन्य छात्रों में शामिल थेः
ऽ गोवा से 10 वर्षीय दक्ष डी. नायक- मार्शल आर्ट्स के प्रति नायक का जुनून तब सामने आया, जब उन्होंने 2019 और 2021 में ऑल गोवा एसक्यूएवाय मार्शल आर्ट राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में कैडेड कैटेगरी ‘खवानके’ के तहत स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने का लक्ष्य तय किया है। वे अपने परिवार और समाज का नाम रौशन करना चाहते हैं।
ऽ तेलंगाना से नौ वर्षीय उल्लेंदु कीर्थी- कीर्थी अपनी मां को रोज़ाना संघर्ष करते हुए देखतीं थी, जब उनकी मां खेती के औजारों को खेत लेकर जातीं। कीर्थी ने बेकार सामान जैसे चावल के बोरे से एक बैग बनाया। कीर्थी को उनकी इनोवेटिव सोच के लिए तेलंगाना सरकार ने इनटिन्टा इनोवेटर प्रदर्शनी 2021 में सम्मानित भी किया।
ऽ उत्तर प्रदेश के सीतापुर ज़िले से प्रियांशी चौधरी- उन्हें ज़िला स्तर पर विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी विभाग के एक प्रोग्राम- इन्स्पायर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
ऽ अरूणाचल प्रदेश से 15 वर्षीय हिया भारद्वाज- भारद्वाज हमेशा से आम पढ़ाई के दायरे से बाहर जाकर कुछ करना चाहती थीं। उन्होंने 2020-21 में एसजेआर कॉलेज ऑफ वुमेन द्वारा आयोजित राष्ट्रीय निबंधन लेखन प्रतियोगिता में पहला पुरस्कार जीता। उन्हें रामकृष्ण मैथ, अहमदाबाद द्वारा आयोजित ग्लोबल एजुकेशन प्रतियोगिता में भी पहले पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

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कार्यक्रम के दौरान पी बालाजी चीफ़ रेग्युलेटरी एण्ड कॉर्पोरेट अफेयर्स ऑफिसर, वीआईएल एवं डायरेक्टर, वोडाफोन आइडिया फाउन्डेशन ने कहा, ‘‘बाल दिवस के मौके पर हम बच्चों के लिए जश्न मनाते हैं, जो देश का भविष्य और आने वाले कल के नागरिक हैं। वोडाफ़ोन आइडिया फाउन्डेशन में हम हमेशा से शिक्षा पर विशेष ध्यान देते रहे हैं और हमने ऐसे प्रोग्राम विकसित किए हैं जो आधुनिक तकनीक के द्वारा छात्रों के लिए शिक्षा को सुलभ बनाएं। अपने विभिन्न प्रयासों जैसे जिज्ञासा, गुरूशाला तथा अध्यापक एवं छात्र स्कॉलरशिप प्रोग्राम के माध्यम से हम 16 लाख से अधिक बच्चों को प्रभावित कर चुके हैं। हम लगातार इस दिशा में काम कर रहे हैं ताकि हम बच्चों के भविष्य को बेहतर बनाकर देश के भविष्य को उज्जवल बनाने में योगदान दे सकें।’’

भौतिकी विभाग, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, कानपुर से पद्मश्री प्रोफेसर हरीष चन्द्र वर्मा ने कहा, ‘‘हर बच्चे में कम उम्र से ही सीखने और ज्ञान प्राप्त करने की प्राकृतिक क्षमता होती है। मैं देश के सभी छात्रों को शुभकामनाएं देता हूं कि उनकी लर्निंग रोचक बने और वे अपनी उत्सुकता के साथ नए इनोवेशन्स करें, दुनिया के बारे में बहुत कुछ जानने की कोशिश करें। यह ज़रूरी है कि हम छात्रों को सिर्फ पढ़ाई के दायरे से बाहर जाकर अवसर प्रदान करें, क्योंकि बच्चे ही हमारे आने वाले कल का भविष्य हैं।’’
इस विशेष मौके पर वोडाफ़ोन आइडिया आइडिया फाउन्डेशन ने एक पुस्तक ‘वीर की कहानियां’ का अनावरण भी किया, जो वी स्कॉलरशिप के लाभार्थियों के वास्तवित जीवन की कहानियों का संकलन है। यह पुस्तक सुपरहीरो वीआईआर को दर्शाती है, जो प्रतिभाशाली छात्रों की कड़ी मेहनत की कहानियों को बताते हैं, ये वे छात्र हैं जो वोडाफोन आइडिया फाउन्डेशन द्वारा आयोजित कई एजुकेशन प्रोग्रामों से लाभान्वित हुए हैं।
युवा प्रतिभा का जश्न मनाते हुए वोडाफ़ोन आइडिया फाउन्डेशन ने गुरूशाला नेशनल एप्टीट्यूड टेस्ट 2021 के विजेताओं की घोषणा भी की, जिसमें तकरीबन 1 लाख छात्रों ने हिस्सा लिया था। जीएनएटी एक अखिल भारतीय ऑनलाईन टेस्ट है, जिसे राष्ट्रीय स्तर पर विख्यात विशेषज्ञों द्वारा कक्षा 6 से 10 तक के छात्रों के लिए तैयार किया गया है। इसके माध्यम से छात्रों के कौशल जैसे मौखिक क्षमता, वैज्ञानिक क्षमता, गणित की क्षमता, सामाजिक एवं सांस्कृतिक जागरूकता और तार्किक क्षमता की जांच की जाती है।
वोडाफ़ोन आइडिया फाउन्डेशन ने वी स्कॉलरशिप प्रोग्राम 2021 के विजेताओं को भी सम्मानित किया। वीआईएफ ने हाल ही में भारत के 22 राज्यों में 1000 छात्रों में से प्रत्येक को रु 20000 की छात्रवृत्ति दी थी। इन छात्रों ने अपने अनुभव साझा किए और बताया कि कैसे ये राशि आज के डिजिटल दौर में, खासतौर पर महामारी के समय में उनकी लर्निंग के लिए फायदेमंद साबित हुई है।
युवा एवं प्रतिभाशाली छात्र जो देश का भविष्य हैं, उनका जश्न मनाने के लिए वीआईएफ ने कहानियों की किताबें ‘चेमुका झूला’ और ‘मैं तुमसे दोस्ती क्यों करूं?’ का अनावरण भी किया। ये कहानियां वघेला रोनक विष्णुभाई और तृष्टी राजीभाई राठौड़ ने लिखी हैं जो खिच्चा और सरखेज, अहमदाबाद में ई-विद्या कम्युनिटी लर्निंग सेंटर में पढ़ते हैं। ई-विद्या कम्युनिटी लर्निंग सेंटर में पढ़ने वाले ये बच्चे स्टोरी प्रॉम्प्ट कार्ड, भाषा से जुड़े खेल, गतिविधियों, रीड़िंग एवं स्टोरीटैलिंग में व्यस्त रहते हैं। विष्णुभाई और राठौड़ द्वारा लिखी गई कहानियां ऐसी ही गतिविधियों का परिणाम हैं।
वोडाफ़ोन आइडिया फाउन्डेशन का मुख्य प्रोग्राम ‘जिज्ञासा’ अध्ययन और अध्यापन को आसान बनाने के लिए डिजिटल कंटेंट, ट्रेनिंग टूल्स, आधुनिक तरीकों का उपयोग करता है, अध्यापकों की क्षमता और मौजूदा इन्फ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाता है। इसके अलावा गुरूशाला जानकारी के आदान प्रदान के लिए एक मंच है जो डिजिटल तरीके से हज़ारों छात्रों एवं अध्यापकों को कहीं से भी, कभी भी लर्निंग सामग्री अपलोड एवं एक्सेस करने में मदद करता है। वोडाफोन आइडिया टीचर्स स्कॉरशिप प्रोग्राम अध्याकपकों को ई-लर्निंग की सुविधाएं जैसे लैपटॉप, ऑनलाईन कोर्सेज़ आदि उपलब्ध कराता है।

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