गौरीकुंड (रुद्रप्रयाग)। भगवान बाबा रामदेव जी की पंचमुखी डोली ने आज 9 मई को प्रात: 8.30 बजे तीसरा पर्यवेक्षण गौरामाई मंदिर गौरी कुंड से श्री देवालय धाम प्रस्थान किया।
6 मई को देवडोली श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी से यात्रा चढ़ाई और मंगलबार 7 मई को दूसरा अवलोकन फाटा विसर्जन था 8 मई की देर शाम को पंचमुखी डोली गौरामाता मंदिर गौरी कुंड चढ़ाया गया था।
उल्लखनीय है श्री केदारनाथ धाम के कपाट कल शुक्रवार 10 मई को खुल रहे हैं। भगवान गणेश की चलविग्रह उत्सव पंचमुखी मूर्ति की देवडोली को कई दशकों से श्री बद्रीनाथ मंदिर समिति के स्वयं सेवक एवं हक-हकूकधारी मूर्तियों में बिना कुछ पैदल यात्रा शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से श्री भगवान धाम तक पहुंचाते हैं।
आज पंचमुखी डोली के भगवान की छुट्टी होने के समय श्रद्धालुजन और गौरीगांव के बच्चों ने बाबा केदार का जय घोष कर पुष्प वर्षा की। जिला प्रशासन, पुलिस, गढ़वाल मंडल विकास निगम और स्थानीय पर्यावरण ने देव डोली का स्वागत किया।
बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. भगवान ऋषि ने बताया कि सैकड़ों देश- विदेश के गुप्तजन भी डोली यात्रा के साथ जा रहे हैं। पंचमुखी डोली के गौरीकुंड से छुट्टी के समय मंदिर धाम के पुजारी शिवशंकर लिंग, कार्य सहायक आर सी तिवारी, वरिष्ठ सहायक अधिकारी डीएस भुजवान एवं यदु पुष्पवीरवान, डोली प्रभारी प्रदीप सेमवाल, प्रबंधक कैलाश बागवाड़ी, संजय तिवारी, भरत कूर्मशाली, कुलदीप धर्मवाण, आलोक बजवाल, संजय कुकरे सहित बड़ी संख्या में कलाकार मौजूद रहे।